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बिहार से पकड़ा गया जौहरी से 90 लाख की लूट का मास्टरमाइंड

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Published : Nov 6, 2019, 1:12 PM IST

चलती ट्रेन में 90 लाख के गहने की लूट के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी संतोष वारदात के बाद से बिहार भाग गया था.

पकड़ा गया जौहरी से 90 लाख की लूट का मास्टरमाइंड

नई दिल्ली: सदर बाजार रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में हुई 90 लाख के गहने की लूट के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी संतोष वारदात के बाद से बिहार के गया जिले में अपने गांव में छिपा हुआ था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक गुप्त सूचना पर उसे गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पुलिस के समक्ष पूरी वारदात की साजिश रचने का गुनाह कबूल किया है. इस मामले में लूट को अंजाम देने वाले कुछ बदमाशों को अदालत भगोड़ा घोषित कर चुकी है.

जौहरी से 90 लाख की लूट का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

अपने घर बिहार में छिपा हुआ था
डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के अनुसार स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि वांछित चल रहा संतोष पासवान अपने दोस्त के घर बिहार के गया में छिपा हुआ है. उसने चलती ट्रेन में लूट की वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी. लगभग 90 लाख रुपये के गहने चाकू के बल पर जोहरी से चलती ट्रेन में लूटे गए थे. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर कैलाश बिष्ट और प्रमोद चौहान की टीम बिहार पहुंची. वहां पुलिस टीम ने उसके गांव के पास जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया.

ऐसे रची वारदात की साजिश
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह चांदनी चौक के कुचा महाजनी स्थित जौहरी की दुकान में काम करता था. अप्रैल 2019 में उसे पता चला कि बिहार के सिवान का रहने वाला लाल बाबू यादव बड़ी मात्रा में चांदनी चौक से गहने ले जाता है. इन्हें बिहार ले जाकर वह सप्लाई करता है. उसने यह जानकारी अपने दोस्त को दी, जिन्होंने मिलकर उसे लूटने का प्लान बनाया. सुरेंद्र ने अपने साथियों दिनेश, मिथुन, साहिल और अरुण कुमार को इस वारदात के लिए तैयार किया.

मई 2019 में की गई वारदात
9 मई 2019 को राम बाबू गहने लेकर चांदनी चौक से निकला तो संतोष पासवान ने यह जानकारी अपने साथियों को दे दी. उन्होंने सदर बाजार रेलवे स्टेशन पर चाकू मारकर जौहरी से 90 लाख रुपये कीमत के गहने लूट लिए थे. इस मामले में दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अन्य आरोपी फरार चल रहे थे. उन्हें अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. गिरफ्तार किया गया संतोष पहले कोलकाता, पंजाब और दिल्ली में नौकरी कर चुका है. इस जौहरी के पास वह दो साल से नौकरी कर रहे थे.

नई दिल्ली: सदर बाजार रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में हुई 90 लाख के गहने की लूट के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी संतोष वारदात के बाद से बिहार के गया जिले में अपने गांव में छिपा हुआ था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक गुप्त सूचना पर उसे गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पुलिस के समक्ष पूरी वारदात की साजिश रचने का गुनाह कबूल किया है. इस मामले में लूट को अंजाम देने वाले कुछ बदमाशों को अदालत भगोड़ा घोषित कर चुकी है.

जौहरी से 90 लाख की लूट का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

अपने घर बिहार में छिपा हुआ था
डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के अनुसार स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि वांछित चल रहा संतोष पासवान अपने दोस्त के घर बिहार के गया में छिपा हुआ है. उसने चलती ट्रेन में लूट की वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी. लगभग 90 लाख रुपये के गहने चाकू के बल पर जोहरी से चलती ट्रेन में लूटे गए थे. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर कैलाश बिष्ट और प्रमोद चौहान की टीम बिहार पहुंची. वहां पुलिस टीम ने उसके गांव के पास जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया.

ऐसे रची वारदात की साजिश
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह चांदनी चौक के कुचा महाजनी स्थित जौहरी की दुकान में काम करता था. अप्रैल 2019 में उसे पता चला कि बिहार के सिवान का रहने वाला लाल बाबू यादव बड़ी मात्रा में चांदनी चौक से गहने ले जाता है. इन्हें बिहार ले जाकर वह सप्लाई करता है. उसने यह जानकारी अपने दोस्त को दी, जिन्होंने मिलकर उसे लूटने का प्लान बनाया. सुरेंद्र ने अपने साथियों दिनेश, मिथुन, साहिल और अरुण कुमार को इस वारदात के लिए तैयार किया.

मई 2019 में की गई वारदात
9 मई 2019 को राम बाबू गहने लेकर चांदनी चौक से निकला तो संतोष पासवान ने यह जानकारी अपने साथियों को दे दी. उन्होंने सदर बाजार रेलवे स्टेशन पर चाकू मारकर जौहरी से 90 लाख रुपये कीमत के गहने लूट लिए थे. इस मामले में दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अन्य आरोपी फरार चल रहे थे. उन्हें अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. गिरफ्तार किया गया संतोष पहले कोलकाता, पंजाब और दिल्ली में नौकरी कर चुका है. इस जौहरी के पास वह दो साल से नौकरी कर रहे थे.

Intro:नई दिल्ली
सदर बाजार रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में हुई 90 लाख के गहने की लूट के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी संतोष वारदात के बाद से गया में अपने गांव में छिपा हुआ था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक गुप्त सूचना पर उसे गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पुलिस के समक्ष पूरी वारदात की साजिश रचने का गुनाह कबूल किया है. इस मामले में लूट को अंजाम देने वाले कुछ बदमाशों को अदालत भगोड़ा घोषित कर चुकी है.


Body:डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के अनुसार स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि वांछित चल रहा संतोष पासवान गया में अपने दोस्त के घर पर छिपा हुआ है. उसने चलती ट्रेन में लूट की वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी. लगभग 90 लाख रुपये के गहने चाकू के बल पर जोहरी से चलती ट्रेन में लूटे गए थे. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर कैलाश बिष्ट और प्रमोद चौहान की टीम बिहार पहुंची. वहां पुलिस टीम ने उसके गांव के पास जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया.



ऐसे रची वारदात की साजिश
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह चांदनी चौक के कुचा महाजनी स्थित जौहरी की दुकान में काम करता था. अप्रैल 2019 में उसे पता चला कि बिहार के सिवान का रहने वाला लाल बाबू यादव बड़ी मात्रा में चांदनी चौक से गहने ले जाता है. इन्हें बिहार ले जाकर वह सप्लाई करता है. उसने यह जानकारी अपने दोस्त को दी जिन्होंने मिलकर उसे लूटने का प्लान बनाया. सुरेंद्र ने अपने साथियों दिनेश, मिथुन, साहिल और अरुण कुमार को इस वारदात के लिए तैयार किया.





Conclusion:मई 2019 में की गई वारदात
9 मई 2019 को राम बाबु गहने लेकर चांदनी चौक से निकला तो संतोष पासवान ने यह जानकारी अपने साथियों को दे दी. उन्होंने सदर बाजार रेलवे स्टेशन पर चाकू मारकर जौहरी से 90 लाख रूपए कीमत के गहने लूट लिए थे. इस मामले में दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अन्य आरोपी फरार चल रहे थे. उन्हें अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. गिरफ्तार किया गया संतोष पहले कोलकाता, पंजाब और दिल्ली में नौकरी कर चुका है. इस जौहरी के पास वह दो साल से नौकरी कर रहे थे.
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