नई दिल्ली: पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के अधीन आने वाली सड़कों को दिल्ली में यूरोपियन शहरों की तर्ज पर ही डिजाइन किया जा रहा है. मौजूदा समय में ऐसी कुल 7 सड़कों की रीडिजाइनिंग की मंजूरी दी गई है. इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की.
सड़कों को खूबसूरत बनाने का काम जारी
दरअसल, दिल्ली सरकार 100 फीट चौड़ी और 500 किलोमीटर लंबी सड़क को यूरोपियन शहरों की तर्ज पर खूबसूरत बनाने के काम पर लग गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों इसकी परिकल्पना की थी और इसका काम अब शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री ने बताया की डिजाइनिंग को लेकर कंसल्टेंट की नियुक्ति करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
क्या होगा फायदा
बताया गया कि रीडिज़ाइन करने पर सड़कों में रिक्शे के लिए पार्किंग, ग्रीन बेल्ट, पब्लिक ओपन स्पेस, साइकिल लेन, पैदल पार्क लेन, जैसी तमाम सुविधाएं हो जाएंगी. इसके अलावा इन सड़कों को चौड़ा किया जाएगा ताकि 6 लाइन तक इसमें गाड़ियां चल सके. इसमें दिव्यांगों की सुविधा के मुताबिक, फुटपाथ को डिजाइन किया जाएगा ताकि सड़क एक जैसी दिखे और दिव्यांगों को परेशानी ना हो. इसके अलावा इन सड़कों पर हरियाली बढ़ेगी और नालों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लागू होगा. यहां आस-पास घास लगाकर प्रदूषण के स्तर को नियंत्रण में लाने में मदद मिलेगी.
यूरोपियन शहरों की तर्ज पर रीडिज़ाइन होंगी राजधानी की सड़कें, केजरीवाल ने की समीक्षा - पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट सड़कें
दिल्ली में पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के अधीन आने वाली 7 सड़कों को यूरोपियन शहरों की तर्ज पर ही डिजाइन किया जा रहा है. जिसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
नई दिल्ली: पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के अधीन आने वाली सड़कों को दिल्ली में यूरोपियन शहरों की तर्ज पर ही डिजाइन किया जा रहा है. मौजूदा समय में ऐसी कुल 7 सड़कों की रीडिजाइनिंग की मंजूरी दी गई है. इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की.
सड़कों को खूबसूरत बनाने का काम जारी
दरअसल, दिल्ली सरकार 100 फीट चौड़ी और 500 किलोमीटर लंबी सड़क को यूरोपियन शहरों की तर्ज पर खूबसूरत बनाने के काम पर लग गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों इसकी परिकल्पना की थी और इसका काम अब शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री ने बताया की डिजाइनिंग को लेकर कंसल्टेंट की नियुक्ति करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
क्या होगा फायदा
बताया गया कि रीडिज़ाइन करने पर सड़कों में रिक्शे के लिए पार्किंग, ग्रीन बेल्ट, पब्लिक ओपन स्पेस, साइकिल लेन, पैदल पार्क लेन, जैसी तमाम सुविधाएं हो जाएंगी. इसके अलावा इन सड़कों को चौड़ा किया जाएगा ताकि 6 लाइन तक इसमें गाड़ियां चल सके. इसमें दिव्यांगों की सुविधा के मुताबिक, फुटपाथ को डिजाइन किया जाएगा ताकि सड़क एक जैसी दिखे और दिव्यांगों को परेशानी ना हो. इसके अलावा इन सड़कों पर हरियाली बढ़ेगी और नालों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लागू होगा. यहां आस-पास घास लगाकर प्रदूषण के स्तर को नियंत्रण में लाने में मदद मिलेगी.