नई दिल्ली: राजधानी में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है. वर्ष 2016 तक यह आंकड़ा लगातार कम हो रहा था, लेकिन बीते दो वर्षों से इसमें बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. वर्ष 2019 में जनवरी माह के आंकड़े भी यही दर्शा रहे हैं. इस वर्ष के पहले माह में ही सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या लगभग 25 फीसदी बढ़ गई है. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर...
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते जनवरी माह में ही ट्रैफिक पुलिस ने सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया था. इसके तहत स्कूली बच्चों को जागरूक करने के साथ ही चौराहों पर वाहन चालकों को भी ट्रैफिक पुलिस ने जागरूक किया था. कई जगहों पर नुक्कड़ नाटक किये गए तो कई जगहों पर सेमिनार आयोजित किये गए. लेकिन बीते जनवरी माह में हुए सड़क हादसे ट्रैफिक पुलिस की इस मेहनत पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं.
रोजाना दिल्ली की सड़कों पर मर रहे चार लोग
दिल्ली पुलिस द्वारा हाल ही में जनवरी माह में हुए सड़क हादसों की जानकारी दी गई. जिसके अनुसार वर्ष 2018 के मुकाबले वर्ष 2019 में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में लगभग 25 फीसदी का इजाफा हुआ है. वर्ष 2018 में जनवरी माह में 107 लोगों की सड़क हादसे में मृत्यु हुई थी तो वहीं वर्ष 2019 में 137 लोग जनवरी माह में सड़क हादसों में मारे गए हैं.
सड़क हादसों की संख्या में मामूली कमी आई है, लेकिन मौत की संख्या बढ़ने के चलते पुलिस की चिंता बढ़ी हुई है. वर्ष 2018 में जहां जनवरी माह में 400 सड़क हादसे हुए थे तो वहीं वर्ष 2019 के जनवरी माह में 392 सड़क हादसे राजधानी में हुए हैं.
लोगों की भागीदारी से ही कम होंगे हादसे
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़ना बेहद चिंता का विषय है, लेकिन अकेले उनके प्रयास से इन आंकड़ों में कमी नहीं आ सकती. इन आंकड़ो को कम करने के लिए खुद लोगों को जागरूक होना होगा. लोग सब-वे होने के बावजूद गाड़ियों के सामने से सड़क पार करते हैं. रेड लाइट जम्प करने वाले भी कई बार हादसे का शिकार होते हैं. लोग अगर यातायात नियमों का पालन करें और सड़क पर ध्यान दें तो इन हादसों में कमी आ सकती है.