नई दिल्ली/नोएडा: महीनों से बरात घर और पार्किंग में रह रहे पुलिसकर्मियों को अब सीएसआर फंड से बनाई गई आधुनिक बैरिक मिलने वाल है. कुछ दिनों पहले ही ईटीवी भारत ने खबर चलाई थी, जिसमें बताया था कि बैरिक में रेनोवेशन के चलते किस प्रकार पुलिसकर्मी बारात घर में रहने को मजबूर थे, जहां से भी उन्हें निकाल दिया गया था.
दरअसल, बैरिक के रेस्टोरेशन की बात कह कर वहां रह रहे करीब 60 पुलिसकर्मियों को बारात घर में रहने के आदेश दिए गए थे. वहीं जब वह कुछ दिन बारात घर में रह लिए तो प्राधिकरण की तरफ से उन्हें वहां से निकलने के आदेश मिल गए, क्योंकि वहां शादी समारोह होने वाले थे. इसके बाद पुलिसकर्मी नोएडा के बोटैनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के नीचे बनी पार्किंग में जुगाड़ से रहने को मजबूर हैं.
वहीं, सीएसआर फंड से बनी बैरिक पूरी तरीके से बनकर तैयार है, पर उच्च अधिकारियों के उद्घाटन न करने के चलते पुलिसकर्मी वहां रहने से वंचित हैं. इस खबर को जब ईटीवी भारत ने प्राथमिकता से दिखाया, तब जाकर अधिकारियों की आंख खुली और उन्होंने पुलिसकर्मियों के लिए बैरिक को जल्द खोलने की बात कही है.
पुलिस विभाग में पुलिसकर्मी के सामने उनके रहने की समस्या हमेशा देखी जाती है, क्योंकि वो हमेशा अपने घर से दूर रहते हैं. ऐसे में वो या तो अपने रिश्तेदारों के यहां रुकते हैं या फिर थाने में बने बैरक में अपनी चारपाई डालकर नींद पूरी करते हैं.
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एडिशनल डीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि थाना सेक्टर 20 में पुरानी बैरक के रेनोवेशन के लिए जेन पैक कंपनी ने सीइसआ से इसका रेनोवेशन कराया है. ये अत्याधुनिक बैरक है और इसमें 58 पुलिस कर्मियों के रहने की व्यवस्था है. इसमें पुलिसकर्मियों के मनोरंजन के लिए टीवी समेत कई अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं. 15 दिसंबर तक बैरिक पुलिसकर्मियों को हैंड ओवर कर दी जाएगी और वह वहां पर तमाम सुविधाओं के साथ आसानी से रह सकते हैं.
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