नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जगह-जगह पर रावण के पुतले बनाए गए हैं. जिनको दहन किया जाएगा और लोगों को अच्छाई पर बुराई का संदेश दिया जाएगा.
कारीगरों को नहीं मिलते अच्छे दाम
तुगलकाबाद में बने रावण के भव्य पुतले को कारीगर ने करीब 2 महीने की कडी़ मेहनत के बाद तैयार किया था लेकिन मुनाफा नाम मात्र का ही हुआ. कारीगरों का कहना था कि आज के दौर में रावण के पुतले बनाने वाले कारीगरों की संख्या ज्यादा हो गई है. जिसके कारण उन्हें अच्छे दाम नहीं मिल पाते हैं और वह अच्छा मुनाफा नहीं कमा पाते हैं.
उनका कहना था कि मंदी की मार इस बार हर त्योहार में दिखाई दे रही है. यहां तक कि रावण के निर्माण में भी उनको अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं.