नई दिल्ली: रविवार को कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपने आवास पर सैकड़ों लोगों के साथ एक अहम मीटिंग की. इस मीटिंग में विभिन्न सामाजिक संगठनों, वकील, समता सैनिक दल और भीम आर्मी और बामसेफ से जुड़े लोगों ने भी हिस्सा लिया. प्रचंड चुनावी जीत और लगातार दूसरी बार मंत्री बनने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने अपने आवास पर ये पहली मीटिंग बुलाई थी.
'एकजुट होकर आवाज उठानी होगी'
इस मीटिंग में राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि देशभर में दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार को बड़ा मुद्दा बनाना होगा और उन्होंने इसे वर्तमान में चल रहे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रव्यापी अभियान से जोड़ने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि समाज के अंदर आज जिस कदर जहर घोला जा रहा है और देश को बांटने के काम किया का रहा है, उसके खिलाफ सबको एक जुट होकर आवाज उठानी होगी.
'दलितों-पिछड़ों के हित में काम'
इस मामले में अपनी सरकार और अपने मंत्रालय की उपलब्धियां गिनाते हुए राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली सरकार इस भेदभाव को खत्म करने का काम कर रही है. दलित और पिछड़ों के हित से जुड़े कार्यों को लेकर अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग पिछले कई सालों से सुर्खियों में बना रहा. उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास में पहले बार हो रहा कि किसी सरकार ने अमीर-गरीब दोनों को साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास किया.
'शिक्षा के समान अवसर दिए'
शिक्षा को जरूरी बताते हुए राजेंद्र पाल गौतम ने इससे जुड़े कार्यों को लेकर भी केजरीवाल सरकार की पीठ थपथपाई. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने अपना हित साधने के लिए दोहरी शिक्षा नीति के जरिए शिक्षा को दो हिस्सों में बांट दिया, एक अमीर के लिए और एक गरीब के लिए. लेकिन केजरीवाल सरकार ने इस भेदभाव को खत्म कर सबको समान शिक्षा के अवसर प्रदान किए.