नई दिल्ली: यात्री और लोगों की सुविधा के लिए आनंद विहार और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गेमिंग जोन बनाया गया है. गेमिंग जोन रेलवे का ड्रीम प्रोजेक्ट है, लेकिन यह सिर्फ शोपीस बना हुआ है. 24 घंटे खुलने वाले इस गेमिंग जोन में महज 4 से 5 लोग ही आते हैं. इससे इसके रख-रखाव और कर्मचारियों के वेतन का खर्च तक नहीं निकल रहा है.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ रेलवे की इमारत में टिकट और वेटिंग एरिया में फर्स्ट फ्लोर पर यह गेमिंग जोन बनाया गया है. गेमिंग जोन को बनाने में करीब डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आया था. वहीं छह माह पहले खोले गए इस गेमिंग जोन में 2 साल के बच्चे से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों से मिलने की व्यवस्था है, लेकिन आलम यह है कि बच्चे और लोग बाहर फर्श पर लंबे समय तक बैठे रहते हैं. कोई जोन के अंदर खेलने नहीं जाता है.
गेम खेलने की कीमत महज 50 से 150 रुपयेः रेलवे स्टेशन पर बनाए गए गेमिंग जोन में किड्स डॉल्फिन, सॉफ्ट प्ले, किड्स हॉर्स, किड्स बाइक, मूविंग बास्केटबॉल, 30 इंच मॉड्यूल कार, डाल कैचर, बॉक्सिंग, बॉल पूल, इंटरेक्टिव शूटिंग समेत अन्य गेम खेलने के लिए है. यहां पर गेम खेलने की कीमत महज 50 से 150 रुपये हैं.
यह शुल्क मॉल और बाजार से करीब आधा है. रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्री बोर ना हो उनकी सुविधा के लिए यह गेमिंग जोन बनाया गया है, लेकिन बच्चे बाहर खेलते रहते हैं और गेमिंग जोन सुना पड़ा रहता है. यही हाल आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर भी बनाए गए गेमिंग जोन का है यहां पर भी बहुत कम लोग गेम खेलने के लिए आते हैं.
गेमिंग जोन की यात्रियों को नहीं होती जानकारी रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्री प्लेटफार्म पर ट्रेनों का इंतजार करते रहते हैं, लेकिन उन्हें इस गेमिंग जोन के बारे में जानकारी नहीं होती है. दरअसल प्लेटफॉर्म व अन्य स्थानों पर गेमिंग जोन का कोई संकेत या पोस्टर बैनर नहीं लगा है.
गेमिंग जोन के डायरेक्टर दिवाकर मिश्रा का कहना है कि इस संबंध में गेमिंग जोन के प्रचार प्रसार की प्लेटफार्म पर बात की गई लेकिन कोई सूचना बोर्ड नहीं लगा, गेमिंग जोन में लोग इसलिए भी नहीं आते कि यहां खाने पीने की व्यवस्था नहीं है. बाहर खाने के स्टाल पर लिमिटेड चीजें ही मिलती हैं.