नई दिल्ली: साल के आखिर में जाते-जाते दिल्लीवासियों को मेट्रो की तरफ से एक सौगात दी गई और अब दिल्ली में ड्राइवरलेस मेट्रो दौड़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो का उद्घाटन किया. जिसके बाद फेस-3 में बनकर तैयार हुए जनकपुरी वेस्ट से नोएडा के बोटैनिकल गार्डन तक इस मेट्रो रूट पर 5 मेट्रो बिना ड्राइवर के ऑटोमेटिक सिस्टम द्वारा चलाई जा रही है.
'मनुष्य पर निर्भरता हो रही खत्म'
सोमवार को उद्घाटन के बाद मंगलवार को आम लोगों ने ड्राइवरलेस मेट्रो से यात्रा की. जिसको लेकर ईटीवी भारत ने लोगों से प्रतिक्रिया ली और यह जानने की कोशिश की कि आखिरकार देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो से यात्रा कर लोग कितने रोमांचित हैं. जहां कुछ लोगों ने कहा कि अच्छी बात है कि देश आधुनिकता की ओर आगे बढ़ रहा है. और धीरे-धीरे हम ऑटोमेशन अपना रहे हैं, इसके साथ ही मनुष्य पर निर्भरता खत्म हो रही है, और किसी भी प्रकार से जो दुर्घटनाएं जो होती थी. उनके अब कम होने के चांस होंगे और फास्ट और बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ हम आगे बढ़ेंगे.
'आधुनिकता के कारण रोजगार ना हो खत्म'
इसके अलावा कुछ लोगों ने कहा कि यह अच्छी बात है कि आज भारत उन तमाम देशों की सूची में शामिल हो गया है, जहां पर यह सिस्टम पहले से चल रहा है कई बड़े देशों में पहले से ही ड्राइवरलेस मेट्रो चल रही है, लेकिन सरकार इसी के साथ ही ये सुनिश्चित करें कि लोगों की इससे नौकरियां ना जाएं, क्योंकि आधुनिकता का मतलब यह नहीं है कि बेरोजगारी बढ़े.
'कैसे मेट्रो चलेगी बिना ड्राइवर के, पहले था डर'
इसके अलावा पहले दिन मेट्रो में यात्रा के दौरान लोगों ने बताया कि पहले ही मालूम नहीं हुआ कि मेट्रो बिना ड्राइवर के चल रही है, लेकिन पहले से ज्यादा आरामदायक सफर महसूस हुआ. क्योंकि मेट्रो काफी तेजी से दौड़ रही थी, साथ ही मेट्रो यात्रा के दौरान जो झटके महसूस होते थे. वह भी शायद कम महसूस हुए. हालांकि लोगों ने कहा कि पहले डर लग रहा था कि बिना ड्राइवर के मेट्रो में यात्रा कैसी होगी?