नई दिल्ली: डूटा ने अपनी कई मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी प्रदर्शनकारियों ने डूटा प्रेसिडेंट राजीव राय के साथ हाथों में बैनर लेकर वीसी और प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की.
इस दौरान डूटा के प्रेसिडेंट राजीव रे ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस रिजर्वेशन के कारण जो नॉन रिजर्वेशन के शिक्षक हैं, उन्हें तब तक ना निकाला जाए ना दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए, जब तक कि सरकार की ओर से कोई नई पोस्ट नहीं आती है.
उन्होंने कहा कि हम ईडब्ल्यूएस कोटे के विरोध में नहीं हैं, लेकिन उसके कारण अन्य टीचर्स को उनकी नौकरी से ना निकाला जाए.
तमाम शिक्षकों ने उठाई मांगें
'सरकार ने नहीं दिया पर्याप्त फंड'
डूटा प्रेसिडेंट का कहना था कि इसको लेकर उन्होंने सरकार से भी अपील की है और अपनी मांगों को लेकर ब्यौरा दिया है. जिसको लेकर सरकार ने भी फंड रिलीज किया था, जो पर्याप्त नहीं था. जहां 200 करोड़ रुपए की उम्मीद थी, वहां केवल 40 करोड़ देकर सरकार ने खानापूर्ति की है.
दिल्ली सरकार से भी की मांग
इतना ही नहीं राजीव रे का कहना था की ये सभी मांगें सिर्फ दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लिए नहीं हैं, बल्कि दिल्ली के तमाम यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के लिए हैं. इसके लिए हम दिल्ली सरकार से कोर्स और अतिरिक्त पोस्ट के लिए फंड की मांग कर रहे हैं.