नई दिल्ली: द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के बाहर संविदा कर्मचारी पिछले 2 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. दरअसल कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने बिना किसी नोटिस के लगभग 300 संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.
जिसके बाद कर्मचारी वापस अपनी नौकरी पाने के लिए आईसीएआई के बाहर धरने पर बैठे हैं.
बिना नोटिस नौकरी से निकाला
जब ईटीवी भारत ने प्रोटेस्ट कर रहे कर्मचारियों से बात की तो उनका कहना था कि कंपनी की ओर से उन्हें 29 अगस्त को एक फोन आता है, जिसमें कहा जाता है कि उन्हें अब एक तारीख से नौकरी पर आने की जरूरत नहीं है. उन्हें बिना किसी लिखित नोटिस के सिर्फ एक फोन के जरिए नौकरी से निकाल दिया गया.
15 साल से कर रहे थे नौकरी
कर्मचारियों का आरोप है कि जो कंपनी के पदाधिकारी हैं वह सभी कर्मचारियों को निकाल कर अपने जानकार और सगे संबंधियों को मोटी सैलरी के साथ उनकी जगह नौकरी पर रख रहे हैं और उन्हें बिना किसी नोटिस के कंपनी ने निकाल दिया है. जबकि वह पिछले 10 से 15 सालों से कंपनी के लिए काम कर रहे हैं.
कर्मचारियों ने पीएम और सीएम को लिखा पत्र
फिलहाल कर्मचारियों ने नौकरी से निकाले जाने की शिकायत और अपनी नौकरी वापस पाने को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
पत्र लिख कर कर्मचारियों ने यह मांग की है कि उन्हें उनकी नौकरी वापस दिलाई जाए वरना वह अनिश्चितकालीन धरने पर कंपनी के बाहर बैठे रहेंगे.