नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर इस बार दिल्ली की झांकी दिखाई नहीं देगी. इसे लेकर दिल्ली में सियासत जारी है. गुरुवार को दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इसे दुर्भावना से प्रेरित बताया था. जिस पर दिल्ली बीजेपी की सचिव बांसुरी स्वराज ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है, "सौरभ भारद्वाज यह स्पष्ट क्यों नहीं करते कि उनकी झांकियां क्यों रिजेक्ट की गई. आम आदमी पार्टी हमेशा से ही झूठा प्रचार करने में विश्वास रखती है."
बांसुरी ने एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है, "पंजाब और दिल्ली की झांकियां इसलिए रिजेक्ट की गई हैं क्योंकि दिल्ली की झांकी पर केजरीवाल का फोटो और पंजाब की झांकी पर भगवत मान का फोटो लगाना चाहते थे. इस बारे में यह क्यों नहीं बतातें." बांसुरी स्वराज ने कहा है, "सभी जानते हैं कि दिल्ली में किस तरह का शिक्षा मॉडल स्वास्थ्य मॉडल चल रहा है. 10% दिल्ली की सरकारी अस्पतालों में नकली दबाएं बंट रही है. दिल्ली के सभी लोगों ने देखा कि किस प्रकार से उन लोगों ने टॉयलेट को क्लासरूम की श्रेणी में दर्ज करवाया और 4 हजार बनवाने के नाम पर 7 हजार का पैसा लिया गया."
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गौरतलब है, रक्षा मंत्रालय की स्क्रीनिंग कमिटी ने इस साल भी दिल्ली और पंजाब सरकार की तरफ से झांकी के लिए भेजे गए प्रस्ताव को रिजेक्ट कर दिया है. इसे लेकर आम आदमी पार्टी की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने भी गुरुवार को एक बयान में कहा था था," गणतंत्र दिवस की परेड में दिल्ली और पंजाब की झाकी को शामिल नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है.