नई दिल्ली: नरेला में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए नीरज उर्फ गोगा ने कई खुलासे पुलिस के सामने किए हैं. आरोपी ने पुलिस को बताया है कि उसके गैंग के सरगना अशोक प्रधान ने कुख्यात बदमाश जितेंद्र गोगी से हाथ मिला लिया है.
उसने कहा कि हाल ही में नरेला में वीरेंद्र मान की हत्या उनके गैंग ने लोगों के बीच दहशत फैलाने के लिए की है. इसका मकसद लोगों को डराकर उनसे जबरन उगाही करने का है.
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में अशोक प्रधान का गैंग बड़े स्तर पर एक्टिव है. इलाके में अपना दबदबा बनाने के लिए अब उसके गैंग ने जितेंद्र गोगी से हाथ मिला लिया है. जिसके बाद यह गैंग दिल्ली का सबसे खतरनाक गैंग बन गया है.
हाल ही में इस गैंग ने पूठ कला निवासी वीरेंद्र मान की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी, ताकि लोगों के बीच में वह दहशत फैला सकें. इसका मुख्य मकसद कारोबारियों, व्यापारियों एवं फाइनेंसरो को डराना है ताकि वह उनसे जबरन उगाही कर सकें. इसे ध्यान में रखते हुए स्पेशल सेल की टीम लगातार अशोक प्रधान और जितेंद्र को लेकर काम कर रही थी.
नरेला से मुठभेड़ के बाद हुआ गिरफ्तार
शुक्रवार रात स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर संजीव कुमार और मान सिंह की टीम ने ब्रिजा कार में जा रहे नीरज भारद्वाज उर्फ गोगा को पकड़ने की कोशिश की. लेकिन उसने पुलिस टीम पर गोली चला दी. उसने पुलिस टीम पर चार गोलियां चलाईं जबकि पुलिस की तरफ से तीन गोली चली. इसमें से एक गोली नीरज के पैर में लगी.
प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि बीते 31 जनवरी को उसने यह ब्रिजा कार मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास से लूटी थी. वहीं बीते 4 जून को उसने होलंबी कला में रहने वाले विशाल पर गोली चलाई थी. उसके खिलाफ पहले से आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
हत्या सहित मकोका में रहा है शामिल
पूछताछ में नीरज ने पुलिस को बताया कि 2006 में उसने बबलू, गुरुवचन, रविंदर दहिया और सोनू के साथ मिलकर जबरन उगाही शुरू की थी. इसके बाद उन्होंने सुपारी लेकर जेपी नामक एक शख्स की हत्या की.
उसने कई हत्या की वारदातों को अंजाम दिया. एटा के ब्लॉक कमेटी अध्यक्ष भूपेंद्र यादव की हत्या में भी वह शामिल रहा था. हरियाणा, यूपी, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में यह गैंग सक्रिय है. वर्ष 2006 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.