नई दिल्ली: सरस फूड फेस्टिवल (Saras food festival) में वीकेंड पर शनिवार को दिल्ली वालों ने स्वाद और संस्कृति के संगम का लुत्फ उठाया. वीकेंड पर लोगों ने जहां एक तरफ अपने परिवार के साथ देश भर से आए हुए 17 राज्यों के जायकों का आनंद उठाया. वहीं, दूसरी तरफ सांस्कृतिक संध्या का भी भरपूर लुत्फ उठाया.
इस फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृति खान-पान की झलक दिल्ली के कनॉट प्लेस में दिखाई दे रही है. सरस फूड फेस्टिवल के तहत लोग 17 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो रहे हैं. बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान रहें हैं. साथ ही वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो रहें हैं और उसका स्वाद भी चख रहें हैं.
यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं.
रंगारंग कार्यक्रम ने मन मोह लिया
सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने राजस्थानी लोकगीत घूमर के साथ ही बंगाली लोकगीत और पंजाबी भांगड़ा समेत नब्बे के दशकों के गानों व लोकनृत्यों से लोगों का मन मोह लिया. बता दें कि ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन करा रही है.
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10 नवंबर तक चलेगा मेला
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ईटीवी भारत को बताया कि यह सरस फूड फेस्टिवल 28 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो कि 10 नवंबर तक चलेगा. उन्होंने कहा यहां आने के लिए प्रवेश निशुल्क है. हम उम्मीद करते हैं कि यहां पर भारी संख्या में लोग आयेंगे. उन्होंने बताया कि यहां पर 17 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं. उन्होंने कहा कि यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है. इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है.
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