नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने सरकार को कई मुद्दों पर घेरा, साथ ही कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी जिस तरह जनता से वादा कर सत्ता तक पहुंची है. वह उसे पूरा करने में अब तक विफल रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार कार्य करने की बजाए विज्ञापन पर पैसा खर्च करती है. दिल्ली में बेहतर स्वास्थ्य सेवा का सरकार जो दावा कर रही है, वह पूरी तरह से झूठ है अपने अब तक के कार्यकाल के दौरान किसी भी नए हॉस्पिटल की नींव यह सरकार नहीं रख सकी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार मोहल्ला क्लीनिक को लेकर देश और दुनिया में अपनी वाहवाही लूटने के लिए खूब प्रचार करती है लेकिन हकीकत उससे कोसों दूर है.
'AAP नहीं रख पाई नए अस्पताल की नींव'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि आज विज्ञापनों के माध्यम से दिल्ली सरकार जो बताती रही है वह पूरी तरह से झूठ है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जिस तरह से दिल्ली की जनता से वादे किए थे वह ना ही अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा पाए और ना ही कोई नए अस्पताल के लिए नींव वह रख पाए हैं. उनके सभी वादे खोखले साबित हो रहे हैं सरकार बजट नहीं खर्च कर पा रही है. साथ ही कहा कि अब तक बजट का केवल 25 फीसदी ही सरकार खर्च कर पाई है, जबकि इस वर्ष स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करना चाहिए था.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि यह वर्ष स्वास्थ्य को लेकर एक चुनौती का वर्ष है इसमें भी अगर सरकार अब तक केवल 25 फीसदी ही बजट का खर्च कर पाती है तो उसे साफ पता चलता है कि केजरीवाल को सरकार चलाना नहीं आता है और उनकी नियत में खोट है.
मोहल्ला क्लीनिक पर भी साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मोहल्ला क्लीनिक को लेकर भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने एक हजार नए मोहल्ला क्लिनिक का वादा किया था 200 भी नहीं दिया. साथ ही कहा कि उसमें से केवल छह मोहल्ला क्लिनिक में ही कोरोना टेस्टिंग हो पा रही है. जबकि कोरोना की स्थिति लगातार खराब हो रही है और सरकार ट्रस्टिंग सेंटर बढ़ने में भी विफल हो रही है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि जिस तरह से मोहल्ला क्लीनिक पोटा केबिन या कार्यकर्ताओं के मकान में किराए पर चल रहे हैं इस तरह से दिल्ली की स्वास्थ्य सेवा बेहतर नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि मौजूदा आम आदमी पार्टी की सरकार विज्ञापन से वाहवाही लूटना चाहती है और जमीन पर काम उसका दिखाई नहीं पड़ता है