नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं इसे लेकर नॉर्थ एमसीडी के नेता सदन योगेश वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि तेज गति से बढ़ रहे कोरोना के मामलों की वजह से राजधानी दिल्ली की स्थिति वर्तमान समय में बेहद चिंताजनक बनी हुई है. जिसके चलते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दोबारा दिल्ली की प्रशासन व्यवस्था में दखल देना पड़ रहा है. दिल्ली सरकार पूरे तरीके से कोरोना को रोकने में फेल साबित हुई है.
विज्ञापन देना छोड़कर काम करें दिल्ली सरकार
नेता सदन योगेश वर्मा ने आगे कहा कि सिर्फ गमलों का पानी बदल देने से डेंगू खत्म नहीं हो जाता. जिस तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने गमलों में पानी बदलकर ड़ेंगू पर जीत हासिल करने का दावा किया है, वह सरासर झूठ है. निगम कर्मचारियों ने जमीनी स्तर पर जाकर काम किया है. जिसकी वजह से आज राजधानी दिल्ली में डेंगू के मामले कम हैं.
वायु प्रदूषण को लेकर नहीं उठाए जरूरी कदम
वायु प्रदूषण के मुद्दे पर नेता सदन योगेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने एक भी जरूरी कदम वायु प्रदूषण के मद्देनजर नहीं उठाया. हां चौराहों पर जरूर वालंटियर खड़े कर दिए रेड लाइट ऑन तो गाड़ी बंद का पोस्टर लेकर. लेकिन इस तरह के अभियान से वायु प्रदूषण पर लगाम नहीं लगने वाली.
दिल्ली सरकार को स्मॉग टावर लगाने चाहिए थे. इलेक्ट्रिक बसें लानी चाहिए थी, सड़कों की रिपेयर करानी चाहिए थी. लेकिन इसमें से एक भी काम नहीं हुआ
कुल मिलाकर देखा जाए तो नॉर्थ एमसीडी के नेता सदन योगेश वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि आज दिल्ली की जनता को कोरोना, वायु प्रदूषण और डेंगू जैसी तीन बड़ी समस्याओं का एक साथ सामना करना पड़ रहा है. जिसके लिए सीधे तौर पर सिर्फ और सिर्फ दिल्ली सरकार जिम्मेदार है. जो जमीनी स्तर पर काम करने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है.