नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में मनमानी करने वाले नॉन टीचिंग स्टाफ पर अब गाज गिरना तय है. उन्हें यहां अपने रिपोर्टिंग टाइम पर ही आना होगा और नियम अनुसार ही अपनी हाजरी लगानी होगी. जो नॉन टीचिंग स्टाफ ऐसा नहीं करेगा, उसके खिलाफ जेएनयू प्रशाशन सख्त एक्शन लेगा. इस संबंध में जेएनयू प्रशाशन के डिप्टी रजिस्ट्रार गगनदीप सिंह ने एक नोटिस जारी किया है.
नोटिस में जेएनयू के नॉन टीचिंग स्टाफ को सख्त हिदायत दी गई है कि वह नियमों की अवहेलना न करें और अपनी हाजिरी बायोमेट्रिक मोड में लगाएं. जेएनयू में बायोमेट्रिक मोड में हाजरी लगाने की प्रणाली साल 2019 में ही शुरू कर दी गई थी, लेकिन जेएनयू में कुछ नॉन टीचिंग स्टाफ इसका पालन नहीं कर रहे हैं.
क्या है जेएनयू के नोटिस में: जेएनयू द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि, प्रशासन की जानकारी में आया है कि विश्वविद्यालय के कुछ नॉन टीचिंग स्टाफ बायोमेट्रिक मोड से अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराते हैं और कार्यालय समय का भी पालन नहीं करते हैं. कर्मचारी सुबह देर से कार्यालय आते हैं और अक्सर शाम को समय पहले कार्यालय छोड़ देते हैं, जो संबंधित कार्यालयों की दक्षता और सामान्य कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
प्रशाशन ने विश्वविद्यालय में स्थित सभी अनुभागों/विभागों अर्थात प्रशासन भवन/स्कूलों/केंद्रों/पुस्तकालय/स्वास्थ्य केंद्र आदि के सभी संबंधित प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वह इस संबंध में बारीकी से परामर्श जारी करें. वह नियमित रूप से बायोमेट्रिक आधारित उपस्थिति निगरानी प्रणाली (बीबीएएमएस) की निगरानी करें और कार्यालय समय का पालन करवाएं. साथ ही कर्मचारियों को बीबीएएमएस के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दें.
यह भी पढ़ें-जेएनयू यूनिवर्सिटी से छात्रों का दल युवा संगम कार्यक्रम के तहत एनआईटी सिलचर के लिए रवाना
बायोमेट्रिक से हाजरी नहीं लगाने पर एक्शन: जेएनयू ने अपने नोटिस में कहा है कि सभी विभाग प्रमुखों से कहा है कि यदि कोई कर्मचारी बायोमेट्रिक में उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहा है, इसकी सूचना विभाग को दी जानी चाहिए. उसके खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें-New Rules of JNU: जेएनयू में धरना करने पर 20 हजार का जुर्माना, हिंसा करने पर दाखिला रद्द