नई दिल्ली: नॉर्थ MCD की पहले ही समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही थी. अब कमिश्नर और निगम पार्षदों के बीच में मतभेद खुलकर सामने आ गया है. नेता विपक्ष सुरजीत सिंह पवार कमिश्नर वर्षा जोशी से अपने निगम पार्षदों की शिकायतें लेकर गए. तो उस दौरान दोनों के बीच हुई तीखी नोकझोंक की बात सामने आई है. नेता विपक्ष सुरजीत सिंह पवार कमिश्नर वर्षा जोशी से अपने निगम पार्षदों की शिकायतें लेकर गए थे. लेकिन कमिश्नर वर्षा जोशी ने उन्हें अपनी बात रखने के लिए सिर्फ 2 मिनट का समय दिया. जिसके बाद सुरजीत सिंह पवार ने अपनी बात रखने के लिए 10 मिनट का समय मांगा और कमिश्नर वर्षा जोशी को उनकी बातें सुनने के लिए कहा.
हुई तीखी नोकझोंक
जिसके बाद कमिश्नर वर्षा जोशी और सुरजीत सिंह पवार के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई और इस बहस का गवाह बने कमिश्नर वर्षा जोशी के पर्सनल सेक्रेट्री. जिन्होंने दोनों के बीच में न सिर्फ बीच-बचाव कराया बल्कि सुरजीत सिंह पवार को वर्षा जोशी के कमरे से बाहर जाने के लिए हाथ तक जोड़ें. सूत्रों के मुताबिक जो खबर सामने आ रही है और सुरजीत सिंह पवार ने भी जो बातें ईटीवी भारत के कैमरे पर आकर कही है. उसके मुताबिक बातचीत के दौरान कमिश्नर वर्षा जोशी ने अपना आपा पूरे तरीके से खो दिया था. कमिश्नर खुद अपने आप को बुरा भला कह रही थी और बाद में उन्होंने ना सिर्फ आम आदमी पार्टी के बारे में बुरा बोला बल्कि अपना मोबाइल फोन भी जमीन पर दे मारा. टेबल पीटने लगी और साथ ही अपनी डायरी भी फाड़ दी. इन सब चीजों को देखते हुए सुरजीत सिंह पवार वहां से बाहर आ गए.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
सुरजीत सिंह पवार ने उसके बाद देर शाम लगभग 6:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सभी साथियों से बातचीत के दौरान अपने साथ हुए दुर्व्यवहार को साझा किया. उन्होंने कहा कि हम लोग वर्षा जोशी के खिलाफ सदन के अंदर अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे. इसके लिए हमारी बातचीत कांग्रेस और बीजेपी के निगम पार्षदों से भी हो रही है. आपको बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पारित करवाने के लिए सदन में आम आदमी पार्टी के पास बहुमत नहीं है. उसे इस प्रस्ताव को पारित कराने के लिए कांग्रेस के निगम पार्षदों के सांसद बीजेपी के भी पार्षदों की सहमति की आवश्यकता होगी. जोकि संभव भी लग रहा है. क्योंकि वर्षा जोशी के संबंध निगम पार्षदों के साथ बिल्कुल भी अच्छे नहीं है.
कई पार्षद कर चुके हैं नाराजगी जाहिर
अभी कुछ दिन पहले बीजेपी की निगम पार्षद ज्योति राछौया ने भी कमिश्नर वर्षा जोशी के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शिकायत की थी. जिसके बाद गुड्डू देवी, पूनम बांगड़ी, पूनम पराशर, तथा अन्य निगम पार्षद भी वर्षा जोशी के व्यवहार को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. जिसके बाद ऐसा संभव हो सकता है कि सदन के अंदर वर्षा जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव न सिर्फ पारित हो बल्कि उन्हें निगम से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया जाए.
बीजेपी के निगम पार्षदों के समर्थन का दावा
कमिश्नर वर्षा जोशी के बर्ताव से पहले ही निगम के काफी सारे निगम पार्षद खुश नहीं है. अब देखने वाली बात यह है कि 26 तारीख को सदन के अंदर क्या नेता विपक्ष सुरजीत सिंह पवार अविश्वास प्रस्ताव कमिश्नर वर्षा जोशी के खिलाफ पास करवा पाएंगे. क्योंकि बहुमत के लिए जो आंकड़ा चाहिए. वह आम आदमी पार्टी के पास नहीं है. लेकिन सुरजीत सिंह पवार का दावा है कि उनकी बातचीत कांग्रेस और बीजेपी के निगम पार्षदों से हो रही है और उन्हें समर्थन भी मिल रहा है.