नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में ईटीवी भारत के रिपोर्टर के साथ हुई अभद्रता मामले में प्रशासन की तरफ से कोई एक्शन अभी तक नहीं लिया गया है. जेएनयू प्रशासन इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश में जुटा है. सबसे अहम बात ये है कि जेएनयू के वीसी पत्रकार के साथ हुई मारपीट मामले की शिकायत तक सुनने को तैयार नहीं है.
प्रत्यक्षदर्शी छात्रों ने सुनाई आंखों देखी
सबसे अहम बात ये है कि जो धक्का-मुक्की का वीडियो वायरल हो रहा है, उसे बनाने वाले छात्र ने खुद पूरी घटना को बयां किया. घटना के दौरान वीडियो बनाने वाले छात्र राजू ने बताया कि शाम के वक्त जेएनयू में धारा 370 को लेकर टॉक शो हो रहा था. इस दौरान मैं भी वहां पहुंचा था, लेकिन कुछ छात्र-छात्राएं इसका विरोध कर रहे थे और वो एक प्रोटेस्ट कर रहे थे, रिपोर्टर अपने मोजो से उस प्रदर्शन को कवर कर रहे थे. तभी कुछ स्टूडेंट विरोध करने लगे और उनके साथ मारपीट की. उन्होंने बताया कि जब मैं ये होता देख रहा था तो मैंने वीडियो बना ली. उनका कहना है कि जब पत्रकारों के साथ ही ऐसी घटनाएं होंगी तो हमारी आवाज को कौन उठाएगा.
बिना जवाब दिए चले गए वीसी
इस पूरी घटना को लेकर जब ईटीवी भारत जेएनयू के वीसी प्रोफेसर एम.जगदीश कुमार से शिकायत और एक्शन लेने के लिए बात करने पहुंचा. तो यह जानकारी दी गई कि वीसी मीटिंग में हैं. लेकिन काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब वीसी अपने केबिन से बाहर निकले तो उन्होंने कहा कि मैं बाद में बात करूंगा और सीधे बिना बात सुने ही चले गए. वहीं दूसरी तरफ पीआरओ पूनम ने इस पूरे मामले पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार किया उनका कहना था कि अगर आप कोई भी शिकायत देना चाहते हैं या वीसी से मिलना चाहते हैं तो मेल के जरिए पहले अपॉइंटमेंट लें.
हमलावरों का साथ दे रहा प्रशासन
सबसे अहम बात यह है कि जिस तरीके से ईटीवी भारत के रिपोर्टर के साथ अभद्रता और मोजो किट छीनने की कोशिश की गई. उसके बाद जब जेएनयू प्रशासन से मिलने की और शिकायत करने की कोशिश की गई तो इस पूरे मामले पर प्रशासन का रवैया काफी ढुलमुल है. प्रशासन इस पूरे मामले पर ढिलाई करता नजर आ रहा है.