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दिल्ली: दुष्कर्म के मामलों में 98 फीसदी आरोपी परिचित, सबसे ज्यादा दगाबाज निकले दोस्त - दिल्ली में महिला क्राइम बढ़ा

दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजधानी में अपराध को लेकर जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि महिलाओं से हुई दुष्कर्म की वारदातों में 98 फीसदी आरोपी उनके ही परिचित निकले. वहीं 44 फीसदी मामले में उनके पारिवारिक दोस्त या महिला के दोस्त आरोपी थे.

Delhi Police press conference
दिल्ली पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
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Published : Feb 19, 2021, 6:41 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में महिलाओं से हुई दुष्कर्म की घटनाओं में 98 फीसदी वारदातों में उनके परिचित ही आरोपी निकले. पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव द्वारा जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि दुष्कर्म के 44 फीसदी मामलों में आरोपी महिला के दोस्त या पारिवारिक दोस्त थे.

26 फीसदी वारदातों में अन्य परिचित शामिल थे जबकि 14 फीसदी वारदातों को रिश्तेदार द्वारा अंजाम दिया गया. 12 फीसदी वारदातों में पड़ोसी और 2 फीसदी वारदातों में सहकर्मी शामिल रहे. केवल दो फीसदी ऐसी वारदातें थी जिसमें दुष्कर्म करने वाला पीड़िता से अनजान था.


पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव के अनुसार राजधानी में महिलाओं के साथ होने वाले सभी अपराधों में बीते वर्ष कमी दर्ज की गई है. इनमें 15 से 30 फीसदी की कमी आई है. इसके लिए दिल्ली पुलिस द्वारा कई महत्वपूर्ण प्रयास किए गए थे.

राजधानी के सभी थानों में महिला डेस्क बनाए गए हैं जहां जाकर महिलाएं आसानी से अपनी शिकायत कर सकती हैं. महिला से संबंधित सभी शिकायतों की पुलिस अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके साथ ही महिलाओं के लिए हिम्मत प्लस एप बनाया गया है. महिलाओं को सुरक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दी जाती है. उनके लिए एंटी स्टॉकिंग हेल्पलाइन 1096 भी पुलिस द्वारा चलाई जा रही है.


महिलाओं की सुरक्षा है प्राथमिकता


पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए प्राथमिकता है. दिल्ली पुलिस द्वारा असुरक्षित जगह चिन्हित कर वहां पर प्रखर वैन को तैनात किया जाता है. लड़कियों के स्कूल और कॉलेज के पास विशेष तौर पर पुलिस की तैनाती की जाती है. बीट में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.

महिला पीसीआर वैन भी दिल्ली पुलिस में शामिल की गई हैं. 60 दिनों के अंदर दुष्कर्म के मामले में पुलिस आरोप पत्र दाखिल करती है. इसके अलावा महिला अपराधों की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा ही की जाती है ताकि पीड़िता असहज न हो.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में बढ़ीं लूट-झपटमारी की घटनाएं, अन्य अपराधों पर लगी लगाम


ये इलाके अधिक असुरक्षित हैं


महिलाओं की सुरक्षा को दुरुस्त करने के लिए दिल्ली पुलिस ऐसे जगहों को चिन्हित करती है जहां पर उनके खिलाफ अधिक अपराध होते हैं. वर्ष 2020 में ऐसे कुछ क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं. जिनमें बिंदापुर, द्वारका साउथ, द्वारका नॉर्थ, सागरपुर, न्यू उस्मानपुर, सुल्तानपुरी, निहाल विहार, प्रेम नगर, केएन काटजू मार्ग, समय पुर बादली, आनंद पर्वत, लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, खजूरी खास, गोविंदपुरी, भारत नगर और उत्तम नगर शामिल हैं. इन इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा खास तरीके से काम किया जा रहा है.

अपराध 2019 2020
दुष्कर्म 2168 1699
महिला से छेड़छाड़ 2921 2186
महिलाओं का अपहरण 3672 2938
फब्ती कसना 495 434
पोक्सो एक्ट 109 65

नई दिल्ली: राजधानी में महिलाओं से हुई दुष्कर्म की घटनाओं में 98 फीसदी वारदातों में उनके परिचित ही आरोपी निकले. पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव द्वारा जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि दुष्कर्म के 44 फीसदी मामलों में आरोपी महिला के दोस्त या पारिवारिक दोस्त थे.

26 फीसदी वारदातों में अन्य परिचित शामिल थे जबकि 14 फीसदी वारदातों को रिश्तेदार द्वारा अंजाम दिया गया. 12 फीसदी वारदातों में पड़ोसी और 2 फीसदी वारदातों में सहकर्मी शामिल रहे. केवल दो फीसदी ऐसी वारदातें थी जिसमें दुष्कर्म करने वाला पीड़िता से अनजान था.


पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव के अनुसार राजधानी में महिलाओं के साथ होने वाले सभी अपराधों में बीते वर्ष कमी दर्ज की गई है. इनमें 15 से 30 फीसदी की कमी आई है. इसके लिए दिल्ली पुलिस द्वारा कई महत्वपूर्ण प्रयास किए गए थे.

राजधानी के सभी थानों में महिला डेस्क बनाए गए हैं जहां जाकर महिलाएं आसानी से अपनी शिकायत कर सकती हैं. महिला से संबंधित सभी शिकायतों की पुलिस अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके साथ ही महिलाओं के लिए हिम्मत प्लस एप बनाया गया है. महिलाओं को सुरक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दी जाती है. उनके लिए एंटी स्टॉकिंग हेल्पलाइन 1096 भी पुलिस द्वारा चलाई जा रही है.


महिलाओं की सुरक्षा है प्राथमिकता


पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए प्राथमिकता है. दिल्ली पुलिस द्वारा असुरक्षित जगह चिन्हित कर वहां पर प्रखर वैन को तैनात किया जाता है. लड़कियों के स्कूल और कॉलेज के पास विशेष तौर पर पुलिस की तैनाती की जाती है. बीट में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.

महिला पीसीआर वैन भी दिल्ली पुलिस में शामिल की गई हैं. 60 दिनों के अंदर दुष्कर्म के मामले में पुलिस आरोप पत्र दाखिल करती है. इसके अलावा महिला अपराधों की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा ही की जाती है ताकि पीड़िता असहज न हो.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में बढ़ीं लूट-झपटमारी की घटनाएं, अन्य अपराधों पर लगी लगाम


ये इलाके अधिक असुरक्षित हैं


महिलाओं की सुरक्षा को दुरुस्त करने के लिए दिल्ली पुलिस ऐसे जगहों को चिन्हित करती है जहां पर उनके खिलाफ अधिक अपराध होते हैं. वर्ष 2020 में ऐसे कुछ क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं. जिनमें बिंदापुर, द्वारका साउथ, द्वारका नॉर्थ, सागरपुर, न्यू उस्मानपुर, सुल्तानपुरी, निहाल विहार, प्रेम नगर, केएन काटजू मार्ग, समय पुर बादली, आनंद पर्वत, लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, खजूरी खास, गोविंदपुरी, भारत नगर और उत्तम नगर शामिल हैं. इन इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा खास तरीके से काम किया जा रहा है.

अपराध 2019 2020
दुष्कर्म 2168 1699
महिला से छेड़छाड़ 2921 2186
महिलाओं का अपहरण 3672 2938
फब्ती कसना 495 434
पोक्सो एक्ट 109 65
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