ETV Bharat / state

NGO को नहीं दिया हाजियों की खिदमत का मौका, जताई नाराजगी

author img

By

Published : Jul 5, 2019, 12:15 PM IST

दिल्ली से पवित्र हज यात्रा पर जाने के लिए हाजियों के जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस साल हाजियों को किसी खास टर्मिनल के बजाए IGI के टर्मिनल 3 से हज के सफर पर भेजा जा रहा है. इस साल हाजियों की खिदमत करने वाले NGO को सरकार की तरफ से नजरअंदाज किया जा रहा है.

हज यात्रा

नई दिल्ली: हज यात्रा पर जाने वाले हाजियों को कई बार एयरपोर्ट पर कई तरह की दिक्कतों जैसे उनका सामान इधर-उधर हो जाना, पासपोर्ट जैसे अहम दस्तावेज का मिस हो जाना, बोर्डिंग पास मिलने में दिक्कतें और कई बार सामान की अधिकता जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

NGO को नहीं दिया हाजियों की खिदमत का मौका

इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए कई तरह के एनजीओ और उनसे जुड़े लोग हाजियों की खिदमत का जिम्मा बिना किसी फायदे के उठाते चले आए हैं.

हर साल कुछ एनजीओ को एयरपोर्ट पर हाजियों की खिदमत के किए खास किस्म के पास मंत्रालय की ओर से जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार ऐसा कम देखा गया. वहीं हज पर जा रहे यात्रियों की फ्लाइट IGI के टर्मिनल 3 से रवाना हो रही हैं.

NGO संगठन ने जताई नाराजगी
बता दें कि सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एनजीओ को हाजियों की खिदमत के लिए बेहद कम संख्या में पास जारी किए जाने की व्यवस्था की गई है. जिसे लेकर कई एनजीओ ने सरकार की इस व्यवस्था पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.

अव्यवस्थाओं के बाद उठाया कदम
हाजियों की खिदमत से जुड़े NGO के पदाधिकारियों का मानना है कि पिछले साल एयरपोर्ट पर हाजियों के सामान से लेकर कई तरह की दिक्कतों को NGO के लोगों ने उजागर किया था. ऐसे में समझ आ रहा है कि इसी फजीहत से बचने के लिए इस बार NGO को हाजियों से दूर रखने की कोशिश की जा रही है.

इस बार जारी किए सिर्फ 25 पास
बता दें कि एयरपोर्ट पर सौ से ज्यादा एनजीओ काम करते हैं. इतने सारे लोगों के काम करने के चलते ही कई साल पहले सभी NGO को एक साथ जोड़े रखने के लिए ग्रुप ऑफ हज एंड सोशल वर्क ऑर्गनाइजेशन बनाया गया था.

पिछले साल तक हाजियों की एयरपोर्ट पर खिदमत के लिए 180 पास जारी किए गए थे, लेकिन इस बार सिर्फ 25 पास दिए जाने का प्रस्ताव है, जिसे लेकर NGO से जुड़े कई संगठनों ने खासी नाराज़गी जताई है.

चेयरमैन ने ऑर्गेनाइजेशन को दिलाया है भरोसा
संगठन के प्रेसिडेंट मोहम्मद इदरीस खान ने बताया कि सरकार की इस उदासीनता के चलते NGO से जुड़े लोगों में नाराजगी है. संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली हज कमेटी के नवनियुक्त चेयरमैन आसिम अहमद खान से भी मुलाकात कर अपनी दिक्कतों से अवगत कराया है.

चेयरमैन ने इस प्रतिनिधिमंडल को जल्द उनकी बात को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के सामने रखते हुए समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.

हाजियों के लिए कैंप में खाने की व्यवस्था
संगठन के अध्यक्ष मो. इदरीस ने बताया कि हाजियों की खिदमत किसी न किसी तरह से करनी है. इसलिए हज के सफर पर जाने से पहले दिल्ली आने वाले लोगों के लिए दरगाह फैज इलाही में बने कैंप में हर रोज खाने की व्यवस्था की जा रही है.

इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं
लंबे अरसे बाद एक बार फिर से हाजियों को IGI के टर्मिनल 3 से सऊदी अरब भेजे जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि हज के सफर पर जाने वाले हज यात्रियों को इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.

नई दिल्ली: हज यात्रा पर जाने वाले हाजियों को कई बार एयरपोर्ट पर कई तरह की दिक्कतों जैसे उनका सामान इधर-उधर हो जाना, पासपोर्ट जैसे अहम दस्तावेज का मिस हो जाना, बोर्डिंग पास मिलने में दिक्कतें और कई बार सामान की अधिकता जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

NGO को नहीं दिया हाजियों की खिदमत का मौका

इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए कई तरह के एनजीओ और उनसे जुड़े लोग हाजियों की खिदमत का जिम्मा बिना किसी फायदे के उठाते चले आए हैं.

हर साल कुछ एनजीओ को एयरपोर्ट पर हाजियों की खिदमत के किए खास किस्म के पास मंत्रालय की ओर से जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार ऐसा कम देखा गया. वहीं हज पर जा रहे यात्रियों की फ्लाइट IGI के टर्मिनल 3 से रवाना हो रही हैं.

NGO संगठन ने जताई नाराजगी
बता दें कि सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एनजीओ को हाजियों की खिदमत के लिए बेहद कम संख्या में पास जारी किए जाने की व्यवस्था की गई है. जिसे लेकर कई एनजीओ ने सरकार की इस व्यवस्था पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.

अव्यवस्थाओं के बाद उठाया कदम
हाजियों की खिदमत से जुड़े NGO के पदाधिकारियों का मानना है कि पिछले साल एयरपोर्ट पर हाजियों के सामान से लेकर कई तरह की दिक्कतों को NGO के लोगों ने उजागर किया था. ऐसे में समझ आ रहा है कि इसी फजीहत से बचने के लिए इस बार NGO को हाजियों से दूर रखने की कोशिश की जा रही है.

इस बार जारी किए सिर्फ 25 पास
बता दें कि एयरपोर्ट पर सौ से ज्यादा एनजीओ काम करते हैं. इतने सारे लोगों के काम करने के चलते ही कई साल पहले सभी NGO को एक साथ जोड़े रखने के लिए ग्रुप ऑफ हज एंड सोशल वर्क ऑर्गनाइजेशन बनाया गया था.

पिछले साल तक हाजियों की एयरपोर्ट पर खिदमत के लिए 180 पास जारी किए गए थे, लेकिन इस बार सिर्फ 25 पास दिए जाने का प्रस्ताव है, जिसे लेकर NGO से जुड़े कई संगठनों ने खासी नाराज़गी जताई है.

चेयरमैन ने ऑर्गेनाइजेशन को दिलाया है भरोसा
संगठन के प्रेसिडेंट मोहम्मद इदरीस खान ने बताया कि सरकार की इस उदासीनता के चलते NGO से जुड़े लोगों में नाराजगी है. संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली हज कमेटी के नवनियुक्त चेयरमैन आसिम अहमद खान से भी मुलाकात कर अपनी दिक्कतों से अवगत कराया है.

चेयरमैन ने इस प्रतिनिधिमंडल को जल्द उनकी बात को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के सामने रखते हुए समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.

हाजियों के लिए कैंप में खाने की व्यवस्था
संगठन के अध्यक्ष मो. इदरीस ने बताया कि हाजियों की खिदमत किसी न किसी तरह से करनी है. इसलिए हज के सफर पर जाने से पहले दिल्ली आने वाले लोगों के लिए दरगाह फैज इलाही में बने कैंप में हर रोज खाने की व्यवस्था की जा रही है.

इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं
लंबे अरसे बाद एक बार फिर से हाजियों को IGI के टर्मिनल 3 से सऊदी अरब भेजे जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि हज के सफर पर जाने वाले हज यात्रियों को इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.

Intro:दिल्ली से पवित्र हज यात्रा पर जाने के लिए हाजियों के जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस साल हाजियों को किसी खास टर्मिनल के बजाए आईजीआई के टर्मिनल थ्री से हक के सफर पर भेजा जा रहा है. इस साल हाजियों की खिदमत करने वाले एनजीओ को सरकार की तरफ से नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसे लेकर एनजीओ संगठन ने न केवल सरकार से नाराजगी जताई है बल्कि हज कमेटी के नवनियुक्त चेयरमैन से मिलकर एक ज्ञापन भी सौंपा है ताकि एनजीओ को हाजियों की खिदमत के लिए एयरपोर्ट जाने के लिए पास मुहैया कराए जा सकें.


Body:हज के सफर पर जाने वाले हाजियों को कई बार एयरपोर्ट पर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जैसे उनका सामान इधर हो जाना, पासपोर्ट जैसे अहम दस्तावेज मिस हो जाना, बोर्डिंग पास मिलने में दिक्कतें और कई बार सामान की अधिकता जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसे ध्यान में रखते हुए ही सालों से एजीओ से जुड़े लोग हाजियों की खिदमत का जिम्मा बिना किसी फायदे के उठाते चले आये हैं. हर साल एनजीओ को एयरपोर्ट पर हाजियों की खिदमत के किये खास किस्म के पास भी मंत्रालय की ओर से जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार क्योंकि हज फ्लाइट आईजीआई के टर्मिनल थ्री से रवाना हो रही हैं, ऐसे में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एनजीओ को हाजियों की खिदमत के लिए बेहद कम संख्या में पास जारी किए जाने की व्यवस्था की गई है, जिसे लेकर एन एनजीओ के संगठन ने सरकार की इस व्यवस्था पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.

पिछले साल सामने आई अव्यवस्थाओं के बाद उठाया कदम
हाजियों की खिदमत से जुड़े एनजीओ के संगठन के पदाधिकारियों का मानना है कि पिछले साल एयरपोर्ट पर हाजियों के सामान से लेकर दूसरी भी कई तरह की दिक्कतों को वहां काम करने वाले एनजीओ के लोगों ने उजागर किया था, ऐसे में समझ जा रहा है कि इसी फजीहत से बचने के लिए इस बार एनजीओ को हाजियों से दूर रखने की कोशिश की जा रही है.

पिछले साल डेढ़ सौ पास,इस बार जारी किए सिर्फ 25
एनजीओ संगठन के मुताबिक एयरपोर्ट पर सौ से ज्यादा एनजीओ काम करते हैं और इतने सारे लोगों के काम करने के चलते ही कई साल पहले सभी एनजीओ को एकसाथ जोड़े रखने के लिए ग्रुप ऑफ हज एंड सोशल वर्क ऑर्गनाइजेशन बमय गया था.पिछले साल तक हाजियों की एयरपोर्ट पर खिदमत के लिए 180 पास जारी किए गए थे, लेकिन इस बार सिर्फ 25 पास दिए जाने का प्रस्ताव है, जिसे लेकर एनजीओ के संगठन ने खासी नाराज़गी जताई है.

चेयरमैन ने ऑर्गनाइजेशन को दिलाया है भरोसा
सँगतजन के प्रेजिडेंट मौहम्मद इदरीस खान ने बताया कि एनजीओ के प्रति सरकार की इस उदासीनता के चलते एनजीओ से जुड़े लोगों में नाराजगी है, इसी को देखते हुए संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली हज कमेटी के नवनियुक्त चेयरमैन आसिम अहमद खान से भी मुलाकात कर अपनी दिक्कतों से अवगत कराया है, चेयरमैन ने इस प्रतिनिधिमंडल को जल्द उनकी बात को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के सामने रखते हुए समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.

हाजियों के लिए दरगाह कैंप में खाने की व्यवस्था
संगठन के अध्यक्ष मौ.इदरीस ने बताया कि हाजियों की खिदमत किसी न किसी तरह से करनी है, ऐसे में हज के सफर पर जाने के लिए दिल्ली आने वाले लोगों के लिए दरगाह फैज इलाही में बने कैंप में हर रोज खाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि हज के सफर पर जाने वाले हाजियों को किए तरह की कोई दिक्कत न आने पाए.


Conclusion:लंबे अरसे बाद एक बार फिर से हाजियों को आईजीआई के टर्मिनल थ्री से सऊदी अरब भेजे जाने का सिलसिला शुरू हुआ है, ऐसे में माना जा रहा है कि अब हज के सफर पर जाने वाले हज यात्रियों को इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, लेकिन हाजियों की खिदमत करने वाले एनजीओ से जिस ढंग से दूरी बनाए जा रही है उससे लगता है कि इस बार एयरपोर्ट अथॉरिटी को और ज्यादा जिम्मेदारी से हाजियों को उनकी फ्लाइट तक पहुंचाना होगा नहीं तो हाजियों को आने वाली दिक्कतों से दोचार होना पड़ेगा.


बाईट 1
मौ.इदरीस खान
प्रेजिडेंट,ग्रुप ऑफ हज ऑर्गनाइजेशन

बाईट 2
मौहम्मद मुस्तकीम
उपाध्यक्ष, हज ऑर्गनाइजेशन

बाईट 3
हाजी रियाज अहमद
एनजीओ से जुड़े खादिम


बाईट 4
मौहम्मद फ़ाज़िल
खादिम हुज्जाम
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.