नई दिल्लीः स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) को 1-3 लाख आबादी की श्रेणी में देश का सबसे स्वच्छ शहर होने के लिए पहली रैंकिंग के अवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष धर्मेंद्र के नेतृत्व में सचिव ईशा खोसला, एमओएच - डॉ रमेश कुमार और सीएमओ - डॉ शकुंतला ने प्राप्त किया.
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद को भारत सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा परिभाषित पांच सितारा कचरा मुक्त शहर और वाटर प्लस प्रमाणित श्रेणी के रूप में भी चुना गया है. इन सभी रैंक को मिलाकर पालिका परिषद को " प्रेरक दौर सम्मान में प्लेटिनम सिटी (दिव्य) " के रूप में रखा है. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीपसिंह पुरी की उपस्थिति में इसके पुरस्कार वितरित किए. आवास और शहरी मामलों के राज्यमंत्री कौशल किशोर, भारत के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, महापौर, देशभर के विभिन्न शहरों के गणमान्य व्यक्ति इस समारोह में उपस्थित थे.
स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा मुक्त भारत बनाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न से स्वच्छ सर्वेक्षण भारत में चालू किया गया, यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है. यह स्वच्छ सर्वेक्षण 2016 में शुरू हुआ था, तब केवल 73 शहरों ने इसमे भाग लिया था और जब आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए), भारत सरकार ने वर्ष 2021 में आयोजित छठे स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वेक्षण का परिणाम घोषित किया है तो इसमें 4320 शहरों ने भाग लिया है. यह स्वच्छ अमृत महोत्सव पुरस्कार समारोह नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में लगभग 300 शहरों को पुरस्कार दिए गए हैं.
एनडीएमसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र ने कहा कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद सेवा मानकों में उत्कृष्टता स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसका उद्देश्य अपने निवासियों को विश्व स्तरीय नागरिक सुविधाएं प्रदान कराना है. इस प्रयास के तहत नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के साथ मिलकर नई दिल्ली में आज के कार्यक्रम को कचरा मुक्त कार्यक्रम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.