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NCR में प्रदूषण : एनसीआरटीसी ने निर्माण साइटों पर तैनात किए एंटी स्मॉग गन

82 किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर पर काम (Work on RRTS Corridor) काफी तेजी से चल रहा है. इसके कारण एनसीआर में प्रदूषण भी अपने चरम सिमा पर है. लेकिन एनसीआरटीसी का कहना है कि प्रदूषण के हालातों को देखते हुए तमाम एहतियात बरती जा रही है. समय-समय पर एंटी स्मॉग गन (anti smog guns at construction sites) का प्रयोग किया रहा है.

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निर्माण साइटों पर तैनात किए एंटी स्मॉग गन
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Published : Nov 1, 2022, 11:00 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर (Work on RRTS Corridor) पर काम तेजी के साथ चल रहा है. एनसीआरटीसी के मुताबिक मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच पांच स्टेशनों (साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो) का प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड रेल का संचालन शुरू हो जाएगा. 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई आरआरटीएस स्टेशन और दुहाई डिपो हैं.

82 किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर पर काम तेज़ी से चल रहा है. 14 हजार से अधिक कर्मचारी और 1100 से अधिक इंजीनियर दिन-रात निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. निर्माण कार्य में आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. एनसीआर में प्रदूषण भी चरम पर है. एनसीआरटीसी का दावा है कि मौजूदा समय में एनसीआर में प्रदूषण के हालातों को देखते हुए तमाम एहतियात बरती जा रही है.

निर्माण साइटों पर तैनात किए एंटी स्मॉग गन

एनसीआरटीसी से मिली जानकारी के मुताबिक एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते कहर को देखते हुए निर्माण कार्यों के कारण उड़ने वाली धूल और उससे होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर एंटी स्मॉग गन (anti smog guns at construction sites) का प्रयोग किया रहा है. धूल को उड़ने से रोकने और लोगों को उससे होने वाली असुविधा से बचाने के लिए निर्माण स्थल पर वॉटर टैंकरों से छिड़काव किया जा रहा है. साइट से बाहर निकलने वाले ट्रकों के पहिये धोकर सड़क पर निकलने दिया जा रहा है ताकि सड़क पर मिट्टी आदि न फैले.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में शराब की पुरानी नीति लागू होने से 50% बढ़ी आमदनी


एनसीआरटीसी नवंबर के अंत तक प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस ट्रेनों का ट्रायल रन आरंभ करने की तैयारी कर रहा है. आरआरटीएस की दो ट्रेनें गुजरात के सावली स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट से दुहाई डिपो पहुंच चुकी हैं. विभिन्न डायनेमिक और स्टेटिक टेस्टिंग की जा रही है. हाल ही में एनसीआरटीसी ने एलटीई कम्युनिकेशन नेटवर्क पर यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल दो सिग्नलिंग प्रणाली के साथ आरआरटीएस ट्रेनसेट की डायनेमिक टेस्टिंग भी सफलतापूर्वक पूर्ण की है. एनसीआरटीसी ने प्रायोरिटी सेक्शन में अगले वर्ष मार्च 2023 में तथा पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2025 में आरआरटीएस ट्रेनें संचालित करने का लक्ष्य रखा है.

ये भी पढ़ें : केजरीवाल बोले- LG हमें गाली देते हैं, उपराज्यपाल ने कहा झूठ बात..., पढ़ें पूरा मामला

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर (Work on RRTS Corridor) पर काम तेजी के साथ चल रहा है. एनसीआरटीसी के मुताबिक मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच पांच स्टेशनों (साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो) का प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड रेल का संचालन शुरू हो जाएगा. 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई आरआरटीएस स्टेशन और दुहाई डिपो हैं.

82 किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर पर काम तेज़ी से चल रहा है. 14 हजार से अधिक कर्मचारी और 1100 से अधिक इंजीनियर दिन-रात निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. निर्माण कार्य में आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. एनसीआर में प्रदूषण भी चरम पर है. एनसीआरटीसी का दावा है कि मौजूदा समय में एनसीआर में प्रदूषण के हालातों को देखते हुए तमाम एहतियात बरती जा रही है.

निर्माण साइटों पर तैनात किए एंटी स्मॉग गन

एनसीआरटीसी से मिली जानकारी के मुताबिक एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते कहर को देखते हुए निर्माण कार्यों के कारण उड़ने वाली धूल और उससे होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर एंटी स्मॉग गन (anti smog guns at construction sites) का प्रयोग किया रहा है. धूल को उड़ने से रोकने और लोगों को उससे होने वाली असुविधा से बचाने के लिए निर्माण स्थल पर वॉटर टैंकरों से छिड़काव किया जा रहा है. साइट से बाहर निकलने वाले ट्रकों के पहिये धोकर सड़क पर निकलने दिया जा रहा है ताकि सड़क पर मिट्टी आदि न फैले.

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एनसीआरटीसी नवंबर के अंत तक प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस ट्रेनों का ट्रायल रन आरंभ करने की तैयारी कर रहा है. आरआरटीएस की दो ट्रेनें गुजरात के सावली स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट से दुहाई डिपो पहुंच चुकी हैं. विभिन्न डायनेमिक और स्टेटिक टेस्टिंग की जा रही है. हाल ही में एनसीआरटीसी ने एलटीई कम्युनिकेशन नेटवर्क पर यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल दो सिग्नलिंग प्रणाली के साथ आरआरटीएस ट्रेनसेट की डायनेमिक टेस्टिंग भी सफलतापूर्वक पूर्ण की है. एनसीआरटीसी ने प्रायोरिटी सेक्शन में अगले वर्ष मार्च 2023 में तथा पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2025 में आरआरटीएस ट्रेनें संचालित करने का लक्ष्य रखा है.

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