नई दिल्ली: दिल्ली विवि लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समझौता ज्ञापन कर अपने छात्रों और रिसर्चर्स के लिए नए अवसर बनाता रहता है. गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और हिरोशिमा विश्वविद्यालय, जापान के बीच डीयू में ही समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया. वैश्विक विश्वविद्यालयों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए डीयू में यह ज्ञापन किया गया.
संयुक्त अनुसंधान को मिलेगा बढ़ावा: डीयू के रजिस्ट्रार, डॉ. विकास गुप्ता और हिरोशिमा विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रोफेसर शिन्जी कानेको ने दस्तावेजों का आदान प्रदान किया. डॉ. विकास गुप्ता ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों के बीच मित्रता की भावना से, पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग स्थापित करना है. बताया कि इस एमओयू के तहत दोनों संस्थान आपस में मिलकर संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देने, संकाय सदस्यों और शैक्षणिक कर्मचारियों तथा स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के आदान-प्रदान और अनुसंधान परिणामों, अकादमिक प्रकाशनों एवं अन्य शैक्षणिक सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे.
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पांच साल के लिए समझौता: दोनों विवि के प्रतिनिधियों ने कहा कि इन कृत्यों के अलावा दोनों विश्वविद्यालयों में संयुक्त तौर पर कार्यक्रम भी होंगे. दोनों विवि मिलकर काम करते हुए उपयुक्त माने गए अन्य अकादमिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान कार्यक्रम करेंगे. उन्होंने बताया कि यह समझौता ज्ञापन पांच साल तक प्रभावी रहेगा.
उपलब्धियों के आकलन और चल रही प्रासंगिकता के आधार पर दोनों पक्षों की आपसी सहमति से इस एमओयू का नवीनीकरण किया जा सकेगा. इस अवसर डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. के. रत्नाबली, डीयू रिसर्च काउंसिल की चेयरपर्सन प्रो. दमन सलूजा और इंटरनेशनल रिलेशन्स के चेयरपर्सन प्रोफेसर चंद्रशेखर सहित दोनों विश्वविद्यालयों के कई अधिकारी उपस्थित रहे.
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