नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मैक्स अस्पताल में ऑस्टोसारकोमा से जूझ रहे दो छोटे बच्चों का सफल इलाज किया है. अथर्व तिवारी और इरफान नाम के दो बच्चों को मैक्स के डॉक्टरों ने रोटेशन प्लास्टी किया गया है. 5 साल के बच्चों को ऑस्टोसारकोमा हो गया था. जो बहुत कम मरीजों को होने वाले कैंसर में से एक है. इस बीमारी में इलाज का मतलब प्रभावित हिस्से को काट देना या फिर ट्यूमर निकालना और मेटलिक प्रोस्थेसिस लगा देना था.
'बीमारी का नहीं है कोई बचाव'
फिलहाल दोनों पीड़ित बच्चों के पैर डॉक्टर ने काट दिए हैं और उनका सकुशल इलाज कर दिया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के कोई लक्षण और बचाव नहीं है जिससे कि इस बीमारी से बचा जा सके. साथ ही डॉक्टरों का कहना है कि बोन टीवी से मिलकर मिलते जुलते इसके लक्षण दिखाई देते हैं. और पीड़ित के परिवार वालों को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि उनकी समय पर जांच करवाएं.
जिससे इस बीमारी से बचा जा सके साथ ही मैक्स के डॉक्टरों ने बताया कि बोन कैंसर बेहद खतरनाक बीमारी है. इसका इलाज प्रभावित अंग को काटने से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है.
पैर में चोट लगने से हुआ कैंसर
मोहम्मद इरफान के पिता ने बताया कि उनका बेटा जब 5 साल का था तो पैर में चोट लग गई थी. और इसी वजह से बेटे को आज कैंसर हो गया और मैक्स के डॉक्टरों ने सकुशल उनका इलाज किया. फिलहाल उनका बेटा अभी तंदुरुस्त है.