नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के 30 टीचरों की फिनलैंड में होने वाली ट्रेनिंग पर घमासान मच गया है. सरकार जहां LG वीके सक्सेना पर अनुमति नहीं देने का आरोप लगा रही हैं, वहीं राजनिवास इसे शरारती और भ्रामक खबर बता रहा है. उनका कहना है कि LG ने फिनलैंड में प्राथमिक प्रभारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रस्ताव को खारिज नहीं किया है. इसके विपरीत कोई भी बयान भ्रामक और शरारत से प्रेरित है.
राजनिवास के ट्वीट से पहले शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एलजी विनय कुमार सक्सेना पर हमला करते हुए कहा है कि आपने अब तक भाजपा के षडयंत्र में अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है और दिल्ली सरकार के कामों में खलल डालने का काम किया है. हम दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतरीन शिक्षा मुहैया कराने के लिए टीचरों को विदेश ट्रेनिंग के लिए पहले भी भेजते रहे हैं. इसी कड़ी में हम 30 टीचरों को फ़िनलैंड ट्रेनिंग के लिए भेजना था, लेकिन एलजी ने इसे रोक दिया है. अगर ऐसे ही एलजी दिल्ली सरकार के कामों में रुकावट डालेंगे तो क्या करें दिल्ली के सभी सरकारी स्कूल बंद कर दें.
गंदी राजनीति का लगाया आरोपः मनीष सिसोदिया ने कहा कि बहुत दुख और शोक के साथ एक तथ्य आपके सामने रख रहा हूं कि किस तरीके से भाजपा अपनी गंदी राजनीति में गिर गई है. वह अब दिल्ली के गरीब बच्चों की अच्छी एजुकेशन देने के काम में भी बहुत बुरी तरह से टांग अड़ा रही है. इनकी जिन राज्यों में सरकार हैं वहां इनसे कुछ हो नहीं रहा. भाजपा कई राज्यों में 15 से 20 साल से सरकार में है. वहां उनसे कुछ हो नहीं रहा, लेकिन दिल्ली में दिल्ली सरकार में काम करके दिखाया है तो भाजपा साम दान दंड भेद सब कुछ अपनाकर कैसे भी दिल्ली में आम लोगों के बच्चों को जो बेहतरीन शिक्षा सरकारी स्कूलों में मिल रही है उसे रोकने का प्रयास कर रही है.
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The LG has not rejected the proposal of training program for Primary-in-charges in Finland. Any statement on the contrary is misleading and mischeviously motivated.
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दिल्ली में स्कूल की बिल्डिंग अच्छी हुई, प्राइवेट स्कूल की तरह दिखने लगे, स्कूलों में जो रिजल्ट पहले 75 पर्सेंटेज रहते थे अब 99.6 पर्सेंटेज तक पहुंच गए. इन सबमें टीचर ट्रेनिंग का योगदान सबसे अधिक रहा है. नई एजुकेशन पॉलिसी भी हर जगह है, हर पेज पर कह रही है कि टीचर ट्रेनिंग में सुधार करने की जरूरत है. हमने सभी अपने प्रिंसिपलों की ट्रेनिंग आईएम में कराई है. देश के सभी अच्छे संस्थान में हम अपने टीचरों की ट्रेनिंग करा रहे हैं और इंटरनेशनल लेवल पर भी हमने अपने टीचर को भेजा है, जिसमें सिंगापुर, कैंब्रिज है. अब इसी कड़ी में हम 30 टीचरों की ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेज रहे थे. लेकिन भाजपा अपनी गंदी राजनीति कर इसे भी रुकवाने पर आ गई है.
एजुकेशन के मामले में फिनलैंड नंबर 1: मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि फिनलैंड एजुकेशन के मामले में नंबर वन है. फिनलैंड ने करके दिखाया है कि सरकारी स्कूल कैसे बेहतर किए जा सकते हैं. हम अपने टीचर और प्रिंसिपल को वहां भेज रहे हैं. लेकिन भाजपा सर्विस डिपार्टमेंट पर कब्जा कर बैठी है इसलिए हमें एलजी के पास टीचर ट्रेनिंग की फाइल भेजनी पड़ती है. प्राइमरी के 30 टीचर को दिसंबर में ट्रेनिंग के लिए भेजने थे. अगला बैच मार्च में जाना था. दिसंबर बैच की फाइल एलजी को हमने अक्टूबर माह में भेजी. एलजी ने इसे रोकने के लिए पूछा की जहां टीचरों को ट्रेनिंग के लिए भेज रहे हो वह संस्थान के पास अनुभव है कि नहीं. साथ हो डीओपीटी की गाइडलाइंस फॉलो हो रही है या नहीं. हम हजार टीचरों को ट्रेनिंग के लिए भेज चुके हैं. यह कहकर फाइल वापिस भेज दी गई. जब इसका जवाब भेजा तो अब एलजी कहते हैं कि इसका लागत लाभ विश्लेषण करा लो और देखो की देश में भी इतनी क्वालिटी की ट्रेनिंग क्यों नहीं हो सकती. भारत के अंदर भी करा लो. सिसोदिया ने कहा कि एलजी दफ्तर का लागत लाभ विश्लेषण करा लो आज ही कार्यालय बंद हो जाएगा.
हम फिर भेजेंगे फाइल: मार्च में 30 टीचरों को विदेश ट्रेनिंग के लिए भेजना है. हम दोबारा से एलजी के पास फाइल भेजेंगे.
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