नई दिल्ली: एमसीडी की तरफ से दिल्ली में पहले दो वेस्ट टू वंडर पार्क और भारत दर्शन पार्क जनता को समर्पित कर चुकी है. सोमवार को एनडीएमसी के सौजन्य से नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित कौटिल्य मार्ग पर लोहे के कबाड़ से बना वेस्ट टू आर्ट पार्क को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने जनता को समर्पित किया.
एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सोमवार को चाणक्यपुरी के कौटिल्य मार्ग पर निर्माण स्थलों और ऑटोमोबाइल कबाड़ से बनाए गए स्क्रैप धातु से बनी कलाकृतियों के सार्वजनिक पार्क को जनता के देखने के लिए लोकार्पित किया. पार्क का उद्घाटन करने के बाद एलजी सक्सेना ने कहा कि विकास की दिल्ली में बहार आ गई है. दिल्ली को चमकाने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं और यह खूबसूरत पार्क उसी दिशा में एक प्रयास है. इस पार्क में जी-20 देशों के पक्षियों की मूर्तियां प्रदर्शित की गई है.
बता दें कि पालिका परिषद ने ललित कला अकादमी के सहयोग से 9 से 10 सितंबर 2023 तक दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी के सम्मान में जी-20 सदस्यों के जानवरों और पक्षियों की स्क्रैप धातु से बनी 22 कलाकृतियां स्थापित की हैं. जी20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' (वसुधैव कुटुंबकम) की थीम पर आधारित कलाकृतियों को आगंतुकों के लिए खोली जाएगी. इस परियोजना को स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के तहत रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल की पहल के हिस्से के रूप में भी शामिल किया गया है. रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल और सर्कुलर इकोनॉमी की अवधारणा वर्षों से भारतीय जीवन शैली का हिस्सा रही है.
प्रत्येक कलाकृति को हाथों से तैयार किया गया है. कलाकारों ने इस कलाकृति की हस्तकला के लिए लोहे की छड़ें, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, धातु कीप्लेटें, तार-जाल, रिम, चेन, बेयरिंग बॉल और अन्य कबाड़ सामग्री का उपयोग किया है. इस पार्क में लोगों को खासकर बच्चो को आकर्षित करने के लिए पक्षियों और जानवरों में भारतीय मोर, अमेरिकी बाइसन, ब्राजीलियाई जगुआर, चीन से लाल-मुकुट वाली क्रेन, सऊदी अरब ऊंट, कोरियाई मैगपाई, ऑस्ट्रेलियाई कंगारू, रूसी भूरा - भालू, मैक्सिकन गोल्डन-ईगल, ग्रेट ब्रिटेन का शेर, इतालवी गौरैया शामिल हैं. कैनेडियन बीवर, टर्किश रेडविंग, जापानी ग्रीन तीतर, दक्षिण अफ्रीकी स्प्रिंगबॉक, जर्मनी ईगल, इंडोनेशियाई कोमोडो ड्रैगन, फ्रेंच गैलिक रोस्टर और अर्जेंटीना प्यूमा भी इनमें शामिल है.
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वेस्ट टू आर्ट पार्क की स्थापना का विचार दिसंबर 2022 में संकल्पित किया गया था. इसको पूरा करने के लिए एनडीएमसी ने ललित कला अकादमी के साथ सहयोग किया और देश भर के 25 प्रसिद्ध कलाकारों ने अप्रैल 2023 में ललित कला अकादमी के तत्वाधान में गढ़ी गांव दिल्ली के कलाकार शिविर में इन कलाकृतियों को बनाना शुरू किया. जुलाई में पार्क में मूर्तियां रखने के बाद भूनिर्माण का काम किया गया था. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के लगभग 50 छात्रों ने भी स्वेच्छा से अपशिष्ट स्क्रैप सामग्री से इन कलाकृतियों को बनाते समय सहयोग करके यह कला भी सीखी.
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