नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के कब्रिस्तान में जगह कम पड़ने लगी है. कोरोना से मौत के आंकड़े बढ़ने के साथ राजधानी दिल्ली के कब्रिस्तान में शव को दफनाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. दिल्ली के सबसे बड़े कब्रिस्तान में शामिल आईटीओ स्थित कब्रिस्तान में मात्र 40 से 50 शव दफनाने की जगह बची है, जबकि प्रतिदिन यहां पांच से छह शव को दफनाया जा रहा है.
की जा रही वैकल्पिक व्यवस्था
ITO स्थित कब्रिस्तान के केयरटेकर शमीम ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि अब दोबारा से इस कब्रिस्तान में शव को दफनाने के लिए नंबर लगाया जा रहा है. कुछ महीने पहले तक कोरोना से संक्रमित 1 या 2 लोगों के शव हफ्ते में आते थे. लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार 5 से 6 शव यह रोज पहुंच रहे हैं.
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शुक्रवार सुबह भी यहां 10 कब्रें खोदी गई थीं, जिनमें से तीन कब्र में कोरोना संक्रमित शव को अब तक दफनाया जा चुका है. वर्तमान समय में यहां 40 से 50 और शव को दफनाने के लिए जगह बची है. कब्रिस्तान कमेटी के अधिकारियों को जगह की कमी के बारे में बताया गया है और उनके द्वारा इसके लिए वैकल्पिक जगह भी हमें उपलब्ध कराई गई.
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चेहरा नहीं देख पाने का है मलाल
अंतिम संस्कार करने आए शख्स ने बताया कि उनके चाचा का कोरोना से इंतकाल हुआ है. वह हड्डी टूटने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे, जहां उनके कोरोना संक्रमित होने का पता चला. इलाज के क्रम में कोरोना से शुक्रवार सुबह उनकी मौत हो गई. जिसके बाद उनके शव को हम यहां दफनाने आए हैं. उन्होंने कहा कि हमें मलाल इस बात का है कि अंतिम समय में भी परिवार के कई सदस्य चाचा का अंतिम चेहरा नहीं देख सकते, क्योंकि अस्पताल से सीधे शव को कब्रिस्तान में लाया गया है, जहां उन्हें दफनाया जाएगा.
लगातार बढ़ रहे आंकड़े
गौरतलब है कि पिछले दिन राजधानी दिल्ली में कोरोना के 7437 नए मामले सामने आए थे. वहीं 24 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई थी. जिसके बाद दिल्ली में मौत का कुल आंकड़ा 11157 हो गया है. दिल्ली सरकार लगातार कोरोना को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है, लेकिन अब इसे लोगों की लापरवाही कहें या प्रशासन की कमी कोरोना के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं.