नई दिल्ली: राजधानी में प्रदूषण एक बड़ी समस्या के रूप जाना जाता रहा है. चुनाव के दौरान ये मुद्दा लगातार छाया हुआ था. यही कारण है कि केजरीवाल 3.0 की सरकार इस मामले पर गंभीरता से काम करती दिख रही है.
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में सरकार बनी तो कार्यभार संभालने के साथ ही पर्यावरण मंत्री की जिम्मेदारी गोपाल राय को दी गई. उन्होंने भी सक्रियता से अब इस पर काम करना शुरू कर दिया है. बृहस्पतिवार को गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई.
'पर्यावरण बेहतर बनाने के लिए मंथन जरूरी'
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण विवाद का विषय रहा है. वजह क्या है? अभी तक स्पष्ट नहीं है. इसलिए जरूरी है कि रियल डाटा पर काम किया जाए ताकि पता चल सके कि किस वजह से प्रदूषण हो रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के साथ करार किया है. इस पर काम चल रहा है इसकी रिपोर्ट मार्च में आ जाएगी. जिससे हम भविष्य के लिए काम कर पाएंगे.
'27 फरवरी को पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन'
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में जो प्रदूषण की मॉनिटरिंग के लिए 28 सेंटर बनाए गए हैं वह कैसे काम कर रहा है, इसे देखने के लिए शुक्रवार को वे जाएंगे. 27 तारीख को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण सम्मेलन बुलाया गया है जिसमें गैर सरकारी संस्था व वैज्ञानिकों को भी बुलाया जाएगा. 28 तारीख को पौधारोपण के लिए सभी संबंधित एजेंसियों की मीटिंग बुलाई गई है फिर आगे की प्लानिंग होगी.
बता दें कि दिल्ली में तीसरी बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही अरविंद केजरीवाल ने अपनी कैबिनेट में मामूली फेरबदल किया है. पर्यावरण विभाग जोकि इससे पहले इमरान हुसैन के पास था उस उन से लेकर अब गोपाल राय को पर्यावरण विभाग दिया गया है.