नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दो अलग-अलग मामलों में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी पर निशाना साधा है. उनका आरोप है कि केजरीवाल सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज फैक्ट्री मालिकों को गुमराह करने की कोशिश कर कहे हैं. आज फैक्ट्री मालिकों के एक प्रतिनिधिमंडल को खुश करने और गुमराह करने के लिए मंत्री भारद्वाज ने घोषणा की कि वह अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि वे अनियोजित औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों को नॉन कन्फर्मिंग औद्योगिक क्षेत्रों में न बताएं.
सचदेवा का कहना है, "सौरभ ने यह दिखावा करने की कोशिश की है कि जब नॉन कन्फर्मिंग एरिया लिखा जाता है तो यह सीलिंग को आमंत्रित करता है, लेकिन अनियोजित औद्योगिक क्षेत्र लिखने से उन्हें सीलिंग से बचाया जा सकेगा जो कानूनी रूप से कोई ठोस समाधान नहीं है." दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि बेहतर होता अगर मंत्री सौरभ भारद्वाज फैक्ट्री मालिकों के साथ नौटंकी करने की बजाय दिल्ली सरकार और एमसीडी. की बैठक बुलाते. उद्योग विभाग के नियमों में इस प्रकार संशोधन करवाते कि 28 ऐसे क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों की अनुमति दी जा सके, जिनमें अनधिकृत कहलाने वाली अधिकांश ऐसी फैक्ट्रियां मौजूद है.
सचदेवा ने मंत्री आतिशी पर भी सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि आतिशी और उनके अन्य मंत्री अपने 9 साल के गैर-प्रदर्शन की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर डालने की कोशिश कर रहे हैं. आज यमुना नदी में अमोनिया के बढ़ते स्तर के मुद्दे पर मंत्री आतिशी ने इसका दोष हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर मढ़ने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली के लोग आतिशी से जानना चाहते हैं कि उनकी पार्टी की सरकार ने यमुना की सफाई और संरक्षण के लिए क्या किया है?"
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि यमुना पल्ला में दिल्ली में प्रवेश करती है और वजीराबाद तक यमुना का पानी साफ रहता है, लेकिन उसके बाद जब यमुना शहरी क्षेत्र से होकर गुजरती है, जहां दर्जनों नाले अनुपचारित सीवरेज नदी में गिरते हैं, उसके परिणामस्वरूप यमुना नदी में प्रदूषक तत्व और अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है एसटीपी. स्थापित करने में केजरीवाल सरकार की विफलता आज यमुना में प्रदूषण का मुख्य कारण है.