नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने 'क्लीन यमुना मिशन' के अंतर्गत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WWTP) का दौरा किया. भारती ने दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्लांट का निरीक्षण किया. आम आदमी पार्टी के नाता ने प्लांट के मॉनिर्टिंग रूम, लैब और प्लांट के उस हिस्से का भी निरीक्षण किया, जहां वेस्ट वाटर को शोधित करने का कार्य किया जाता है.
सोमनाथ भारती ने कहा है कि प्लांट में निर्धारित मापदंडो के अनुसार पानी का शोधन किया जा रहा है. प्लांट में ट्रीट हुआ पानी लगभग पीने के पानी की तरह है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि उन्होंने जो कहा है, वह काम करके दिखाया है. मुख्यमंत्री ने यमुना को साफ करने का वादा किया है, उसे भी दिल्ली सरकार पूरा करेगी.
आप नेता ने कहा कि अभी कोरोनेशन पिलर WWTP के ट्रीटेड किए जा रहे पानी को यमुना नदी में छोड़ा जा रहा है. लेकिन, आने वाले समय में इस ट्रीटेड पानी का इस्तेमाल कर इसको रीयूज किया जाएगा. इस प्लांट के ट्रीटेड पानी को सिस्टम में वापस लाने के प्रयास किए जा रहे है. सोमनाथ भारती ने कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व में उन सभी स्रोतों को इस तरह के WWTP के जरिए ट्रैप और ट्रैक किया जा रहा है, जिनसे यमुना गंदी होती है.
ये भी पढ़ें: India population: भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना, घटते संसाधनों को लेकर भी उठे सवाल
गौरतलब है कि वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन साल 2022 में किया गया था. कोरोनेशन पिलर WWTP की क्षमता 70 एमजीडी की है. इस प्लांट में आसपास की 5 विधानसभाओं का सीवर आता है. इस प्लांट में साफ किया गया वेस्ट वाटर लगभग पीने लायक है. कोरोनेशन पिलर WWTP एशिया का सबसे बड़ा वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है. इस प्लांट को बनाने में करीब 500 करोड़ रुपए की लागत आई है. इसके संचालन का काम भी प्लांट का निर्माण करने वाली कंपनी को ही सौंपा गया है. इस WWTP को चलाने के लिए जितनी बिजली की आवश्यकता होगी, उतनी बिजली का उत्पादन भी इसी प्लांट में किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: Delhi University Research: डीयू की नई उपलब्धि, खोज निकाला 'पार्किंसन रोग' का इलाज