नई दिल्ली: दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहर हमेशा से ही गैंगस्टर्स के पसंदीदा शहर माने जाते रहे हैं, कारण यहां पैसा बेशुमार होता है और नाम भी तुरंत चमक जाता है. आज हम आपको एक ऐसे ही गैगेस्टर की कहानी बताने जा रहे हैं.
काला जठेड़ी, जस नाम तस गुण, नाम कैसे पड़ा ये तो पता नहीं लेकिन क्राइन की दुनिया में आज ये नाम इतना प्रसिद्ध है कि अकेले हरियाणा में 7 लाख का इनाम इसके सर पर है... दिल्ली-हरियाणा-राजस्थान और उत्तराखंड में इसके गुर्गे लगातर वारदात को अंजाम भी दे रहे हैं और उसकी जिम्मेदारी भी बड़े शान लेते दिख रहे हैं.
काला जठेड़ी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का वर्तमान में मुखिया है और विदेश में रहकर भारत में वारदात को अंजाम दिलावा रहा है. पुलिस की मानें तो राजधानी में नीरर बवाना समेत जितने भी गैंगेस्टर है वो सब अभी जेल में बंद है इसलिए काला जठेड़ी दिल्ली में अपना वर्चस्व बढ़ाने में जुटा है.
पुलिस का मानना है कि काला जठेड़ी इस समय में विदेश में ही होगा, क्योंकि काला और बिश्नोई की मुलाकात करवाने वाला नजफगढ़ का कुख्यात बदमाश कपिल सांगवान उर्फ नंदू भी इन दिनों लंदन में बैठकर ही गिरोह चला रहा है. उसके बाद से ही दोनों ने अपराध की दुनिया में तहलका मचा रखा है.
दिल्ली में तेजी से बढ़ रहा काला जठेड़ी गैंग
काला जठेड़ी गैंग दिल्ली में बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इस बात को पुलिस भी मानती है. पुलिस अधिकारी का कहना है कि पहले इनका बेस हरियाणा था. जैसे-जैसे इनके साथ बदमाश जुड़ते गए. इनके अड्डे पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और दिल्ली बन गए. यहां दिल्ली में इन्होंने हत्याओं की 10 वारदातों को अंजाम दिया है.
इस गैंग का सरगना संदीप उर्फ काला जठेड़ी हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है. 12वीं कक्षा तक पढ़ने के बाद वह केबल ऑपरेटर का काम करता था. जून 2009 में उसने रोहतक में लूट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद रंजिश के चलते मार्च 2010 में सोनीपत के गोहाना में उसने हत्या को अंजाम दिया.
कुछ ऐसा ही मिलती जुलती कहानी लॉरेंस बिश्नोई की भी है. वो भी इस गैंग का आका ही है. लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी नाम से फेसबुक पेज भी बना हुआ है. इस पेज पर वह गैंग द्वारा किये गए अपराध को भी अपडेट करते थे. जेल में पेशी से लेकर किसी अन्य जगह पर जाने का वीडियो भी वह फेसबुक पेज पर अपडेट होता था.
लोगों के बीच दहशत फैलाने के लिए वह हत्या के कुछ वीडियो भी वायरल करते थे.. जबरन उगाही के लिए जब वह गोली चलाते तो इसकी वीडियो भी बनाते थे. इस गैंग में 100 से भी ज्यादा बदमाश हैं. जिसकी वजह से गैंग पर पूरी तरह लगाम लगाना भी आसान नहीं है.