करोल बाग के होटल अर्पित पैलेस में हुई आगजनी की घटना में 17 लोगों की दर्दनाक मौत पर आम आदमी पार्टी पार्षद पहले से ही दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही और मेयर के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. बुधवार को बजट के लिए बुलाई गई विशेष बैठक में पार्षदों ने बजट से पहले करोल बाग मामले पर चर्चा के लिए मेयर से इजाजत मांगी लेकिन उन्होंने जांच पूरी होने के बाद ही इस पर चर्चा किए जाने की बात कह कर मना कर दिया. इस पर आप पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. शुरुआत में हंगामे के चलते कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया. लेकिन बाद में हंगामे के बीच ही कार्यवाही चलती रही और पूरी भी हुई.
विपक्ष की आवाज़ को दबाया गया
पूरे प्रकरण के बाद नेता विपक्ष अनिल लाकड़ा ने इसे बीजेपी का शर्मनाक रवैया बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज को सिर्फ इसलिए दबाया जा रहा है क्योंकि इस मामले में बीजेपी नेता दोषी हैं. उन्होंने कहा कि 17 लोगों की मौत के बाद भी निगम नेताओं को शर्म नहीं आई. बजट से पहले आयोजित किया गया भोज इसी बात को साबित करता है. लाकड़ा ने दोहराया कि मेयर को दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अपने पद से भी इस्तीफा देना ही चाहिए.
उधर बजट के दौरान आप पार्षदों के नारेबाजी और हंगामे को नेता सदन तिलकराज कटारिया ने सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पार्षदों का एकमात्र मकसद बजट भाषण में बाधा पहुंचाना था. उन्होंने कहा कि जब कोई हादसा होता है तो उसकी जांच के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पास कोई विज़न नहीं है और वो खुद झूठ बोलते ही हैं साथ ही दूसरों को भी अपने जैसा समझते हैं.