नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में सभी छात्र संगठन, छात्रसंघ चुनाव का इंतजार रहे हैं. इसी बीच जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष एवं अन्य छात्रों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने 10 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया है. जेएनयू ने इस संबंध में एक नोटिस भी जारी किया है और चेतावनी दी है कि समय पर जुर्माने की रकम जमा कराएं. इतना ही नहीं, यह भी कहा गया है कि अगर भविष्य में कुछ ऐसा होता है तो निष्कासन के लिए भी तैयार रहें.
आइशी घोष के मधुरिमा कुंडु और स्वाति पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है जो कि पीएचडी की छात्रा हैं. वहीं आठ छात्रों पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है. बताया गया कि इन छात्रों पर कैंपस में अनुशानहीनता के तहत कारवाई की गई है. जेएनयू द्वारा जारी की गई नोटिस में आइशी घोष पर शिप्रा छात्रावास की वॉर्डन से अभद्रता करने का आरोप लगा है, जिसके बाद जेएनयू ने इसपर कड़ा रुख अपनाया है.
यह भी पढ़ें-PG Admission 2023: डीयू और जेएनयू में आज से पीजी में दाखिला, मेरिट लिस्ट ऐसे करें चेक
आरोप है कि आइशी घोष ने बीते सात अप्रैल को शिप्रा हॉस्टल के वार्डन के साथ बुरा बर्ताव किया और उन्हें मारने के साथ गाली भी दी. इस दौरान उनकी बातचीत की शैली भी ठीक नहीं थी. यह सब दोपहर एक बजे से लेकर दोपहर 3.30 बजे के बीच हुआ. नोटिस में कहा गया कि इस तरह की गतिविधि खतरनाक है और यह बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चूंकि वह जेएनयू की छात्रा भी हैं, इसलिए उनके भविष्य को देखते हुए जेएनयू के कुलपति ने उदारता दिखाई है और केवल जुर्माना लगाया है. इसपर जब हमने व्हाट्सऐप के माध्यम से अध्यक्ष आइशी घोष से बयान लेना चाहा तो उन्होंने इस पर कुछ भी नहीं कहा. बता दें कि वह जेएनयू से पीएचडी कर रही हैं.
यह भी पढ़ें-JNU Fee Structure: जेएनयू में छात्रों से कितनी ली जाती है फीस, राज्यसभा में शिक्षा मंत्री ने बताया