नई दिल्ली: आईएसआईएस (ISIS) से प्रभावित होकर बड़े हमले की साजिश रच रहे तीन संदिग्ध आतंकियों को स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. तमिलनाडू में वर्ष 2014 में हुई हिन्दू नेता सुरेश कुमार की हत्या के यह आरोपी हैं.
बीते 12-13 दिसंबर को तमिलनाडू से छह लोग फरार हुए थे. यह तीनों उनमें शामिल थे. इनकी पहचान ख्वाजा मोइनुद्दीन, सैय्यद नवाज और अब्दुल समर के रूप में की गई है. इनके पास से तीन पिस्तौल बरामद हुई है.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार गणतंत्र दिवस को ध्यान में रखते हुए स्पेशल सेल छानबीन कर रही थी. इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि आईएसआईएस से प्रभावित कुछ युवक दिल्ली-एनसीआर के एवं उत्तर प्रदेश में हमले की साजिश रच रहे हैं. वह वजीराबाद इलाके में किसी से मिलने के लिए आएंगे. इस जानकारी पर स्पेशल सेल की टीम ने वजीराबाद इलाके में जाल बिछाया. कुछ देर बाद यहां पर जब संदिग्ध पहुंचे तो उन्हें पुलिस ने आत्मसमर्पण के लिए कहा. उन्होंने पुलिस टीम पर गोली चला दी. बचाव करते हुए पुलिस टीम ने भी गोलियां चलाते हुए इन तीनों को काबू कर लिया .हिन्दू नेता की हत्या में हैं आरोपी
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार गिरफ्तार किये गए आरोपी आईएसआईएस से बेहद प्रभावित हैं. वर्ष 2014 में उन्होंने तमिलनाडु में हिंदू नेता सुरेश कुमार की हत्या कर दी थी. इस मामले में वह गिरफ्तार होकर जेल में थे. बीते फरवरी माह में ही जमानत मिलने पर वह जेल से बाहर निकले थे. 12-13 दिसंबर को तमिलनाडु से छह संदिग्ध लोग अचानक लापता हो गए थे. उनमें यह तीनों शामिल थे. यह लोग तमिलनाडू से भागकर बेंगलुरु गए थे और वहां से नेपाल चले गए थे. नेपाल में 15 दिन रहने के बाद यह लौटकर दिल्ली आए थे.
बड़े हमले की फिराक में आये थे दिल्ली
आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वह विदेश में बैठे एक शख्स के इशारे पर काम कर रहे थे. उसके कहने पर ही वह दिल्ली में आए थे. वह एक सोशल मीडिया ऐप के जरिए उन्हें गाइड करता है. यहां आकर उन्हें एनसीआर एवं उत्तर प्रदेश में हमले की तैयारी करनी थी. इसके लिए ही वह दिल्ली पहुंचे थे. उन्होंने यह भी बताया है कि उनके बाहर जाने का इंतजाम भी इसी विदेशी शख्स ने किया था. वह उसके इशारे का इंतजार कर रहे थे.
प्रदर्शन के चलते आने की संभावना
दिल्ली सहित देशभर में सीएए के विरोध में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसलिए इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं इसकी वजह से उन्हें हमला करने के लिए तो नहीं भेजा गया था. इसके अलावा गणतंत्र दिवस को भी कुछ ही दिन रह गए हैं. इस बात की भी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है कि यह गणतंत्र दिवस से पहले गड़बड़ी फैलाने के मकसद से तो नहीं आये थे.
यहां के नेटवर्क को खंगाल रही पुलिस
गिरफ्तार किया गया मोइनुद्दीन लगभग 52 साल का है और पहले हत्या के मामले में शामिल रहा है. दूसरा आरोपी सैय्यद नवाज हत्या और हत्या प्रयास के मामले में शामिल रहा है. वहीं तीसरा आरोपी अब्दुल समद 28 वर्ष का है. वह एमसीए की पढ़ाई कर रहा है और टेक्निकल की काफी ज्यादा जानकारी रखता है. पुलिस इनसे जुड़े हुए अन्य तथ्यों एवं उनके नेटवर्क को लेकर छानबीन कर रही है.