नई दिल्ली: राऊज एवेन्यू कोर्ट ने एयरसेल-मैक्सिस डील मामले में पूर्व मंत्री पी चिदंबरम और उनके पुत्र कार्ति चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका पर 5 सितंबर को फैसला सुनाने का आदेश दिया है. पहले ये फैसला 3 सितंबर को सुनाया जाना था.
सीबीआई और ईडी ने स्पेशज जज ओपी सैनी से कहा कि पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम की हिरासत में लेकर पूछताछ जरुरी है. सीबीआई और ईडी दोनों ने कहा कि पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
चिदंबरम ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एयरसेल-मैक्सिस डील को मंजूरी दी. दोनों को अगर सुरक्षा दी गई तो वे जांच को प्रभावित कर सकते हैं. दोनों ने गंभीर आर्थिक अपराध किया है और यह आम जनता और देश के हित में नहीं है.
'फर्जी कंपनियों के जरिये अपराध को अंजाम'
चिदंबरम से कड़ाई से निपटने की जरुरत है क्योंकि इस मामले में जांच अभी जारी है. चिदंबरम मनी लाउंड्रिंग के आरोपी हैं और उन्होंने फर्जी कंपनियों के जरिये अपने अपराधों को अंजाम दिया.
पिछले 23 अगस्त को कोर्ट ने सीबीआई और ईडी को फटकार लगाते हुए उनकी सुनवाई टालने की मांग को खारिज कर दिया था. जज ओपी सैनी ने कहा था कि 3 सितंबर को हम फैसला सुनाएंगे, आप चाहें तो उससे पहले जिरह कर सकते हैं. कोर्ट ने पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी पर लगी रोक को भी 3 सितंबर तक बढ़ा दिया था.
दलील का सीबीआई ने किया था विरोध
पिछले 9 अगस्त को कोर्ट ने दोनों की गिरफ्तारी पर लगी रोक 23 अगस्त तक के लिए बढ़ाया था। पिछले 1 अगस्त को कोर्ट ने दोनों की गिरफ्तारी पर लगी रोक 9 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया था. 1 अगस्त को सुनवाई के दौरान पी चिदंबरम की ओर से कहा गया था कि उनकी अग्रिम जमानत नहीं देने की कोई वजह नहीं है. उनकी इस दलील का ईडी और सीबीआई ने विरोध किया था.
बढ़ाई थी गिरफ्तारी पर रोक
आपको बता दें कि पिछले 31 जुलाई को कोर्ट ने सीबीआई और ईडी की ओर से 1 अगस्त को होने वाली सुनवाई को अगस्त के आखिर तक स्थगित करने की मांग की थी. जिसे कोर्ट ने खारिज करते हुए कहा था कि मामले पर सुनवाई नियत समय पर ही होगी.
पिछले 30 मई को कोर्ट ने इस मामले में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी पर लगी रोक सोमवार तक के लिए बढ़ाई थी. 30 मई को सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से सुनवाई तीन हफ्ते के लिए स्थगित करने की मांग की थी.
उन्होंने कहा था कि सिंगापुर से सबूत लाने में समय लगेगा. उसके बाद कोर्ट ने सुनवाई 1 अगस्त तक के लिए स्थगित करते हुए पीचिदंबरम और कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी पर लगी रोक को भी 1 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया था.