नई दिल्लीः मंगोलपुरी इलाके में 10 फरवरी की रात हुई रिंकू की हत्या के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. पुलिस कमिश्नर ने इस बाबत आदेश जारी किया है.
इस मामले में जहां दिल्ली पुलिस आपसी रंजिश के चलते हत्या को अंजाम देने की बात कह रही थी, तो वहीं परिवार के सदस्य धार्मिक कारणों से हत्या को अंजाम देने का दावा कर रहे थे. इसे ध्यान में रखते हुए केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार बीते 10 फरवरी को एक जन्मदिन पार्टी के बाद कुछ युवकों में झगड़ा हुआ था. इस झगड़े के दौरान रिंकू नामक युवक के पेट में चाकू लगा था. उसे उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर 11 फरवरी की सुबह उसकी मौत हो गई.
इस मामले में जांच कर रही दिल्ली पुलिस अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस को इस मामले में कुछ वीडियो फुटेज भी मिली है, जिन्हें ध्यान में रखते हुए छानबीन की जा रही थी.
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मंगोलपुरी में चल रहा था हंगामा
इस पूरे प्रकरण को लेकर बीते 2 दिनों से मंगोलपुरी में हंगामा चल रहा था और यहां पर आरोपियों के घर में तोड़फोड़ भी की गई थी. मृतक रिंकू के परिवार का आरोप है कि जय श्री राम का नारा लगाने के चलते दूसरे समुदाय के लोगों ने उसकी हत्या की.
आरोपियों के परिवार का दावा है कि यह केवल जन्मदिन की पार्टी के दौरान हुआ झगड़ा था. इस झगड़े के दौरान रिंकू चाकू निकालकर लाया जो झगड़े के दौरान उसकी पीठ में लग गया. इसमें किसी भी प्रकार का धार्मिक एंगल नहीं है. उनका परिवार लंबे समय स यहां पर रहता है और कभी भी किसी से धार्मिक तनाव उनका नहीं था.
क्राइम ब्रांच करेगी सभी एंगल पर जांच
इलाके में लगातार फैले हुए तनाव के बीच अतिरिक्त फोर्स को लगा दिया गया है और पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी गई है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि जहां लोकल पुलिस आपसी रंजिश के चलते हत्या की बात कह रही थी, तो वहीं परिवार के सदस्य इसे धार्मिक कारण के चलते अंजाम देने की बात कह रहे थे.
उसके चलते फिलहाल पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. वह पूरे मामले के तथ्यों को ध्यान में रखते हुए छानबीन करेगी और इस बाबत आरोप पत्र दाखिल करेगी.