नई दिल्ली/नोएडा: साइबर अपराध और अपराधियों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी के मामले में त्वरित कार्रवाई करने के उद्देश्य से नोएडा की पुलिस कमिश्नर ने इस तरह के अपराध की जांच के लिए नए सिरे से थाना स्तर पर अलग से पुलिस निरीक्षकों की तैनाती की है. पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर 21 थानों में निरीक्षकों की तैनाती का निर्देश दिया है.
बात अगर पहले से मौजूद व्यवस्था की करें तो हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क बनी हुई थी, लेकिन प्रत्येक हेल्प हेस्क पर शिकायत लेने के लिए और 1930 पर शिकायत का सुझाव देने के लिए कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और कुछ जगहों पर एसआई की तैनाती होती थी. इसके बाद यहां से शिकायतें आगे जांच के लिए कमिश्नरेट मुख्यालय सेक्टर-108 में बनी साइबर हेल्प डेस्क पर जाती हैं. फिर वहां पर तैनात जांच अधिकारी शिकायतों पर जांच करते हैं. आम तौर पर साइबर फ्रॉड और क्राइम की घटनाओं की जांच इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी ही करते हैं. इस प्रक्रिया के शुरू होने से पीड़ित को ज्यादा भटकना नहीं पड़ेगा, उस के मामले मे तत्काल प्रभाव से कार्रवाई हो सकेगी.
यहां होगी इंस्पेक्टरों की तैनाती: थाना सेक्टर-20, 39, 126, 24, 58, 49, 113, 63, फेज-1, 2, 3 और बिसरख, बादलपुर, ईकोटेक-3, सूरजपुर, बीटा-2, कासना, दनकौर, जेवर, रबूपुरा व महिला थाने की साइबर हेल्प डेस्क पर इंस्पेक्टर की तैनाती हुई है. इसके अलावा सेंट्रल नोएडा व ग्रेटर नोएडा के आईटी सेल में 3-3 इंस्पेक्टर की भी तैनाती हुई है. कुल 31 इंस्पेक्टर की तैनाती का आदेश पुलिस कमिश्नर ने जारी किया है. यह इंस्पेक्टर अब तक पुलिस लाइन में थे.
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