नई दिल्ली: उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के वजीरपुर स्थित एक फैक्ट्री में गत 10 अगस्त को दर्दनाक हादसा हो गया. इस घटना में वहां काम कर रहे दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है. पीड़ित का कहना है कि फैक्ट्री में सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए किसी मानक का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. इसलिए केमिकल मिलाने के दौरान विस्फोट हो गया जिसमें वो और उनका एक साथी बुरी तरह जख्मी हो गए थे. घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी उन्हें फैक्ट्री मालिक की तरफ से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है. ना ही उनसे किसी ने संपर्क किया है.
पीड़ित ने लगाई इंसाफ की गुहारः बता दें कि पीड़ित ने कंपनी के मालिक और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि मालिक की लापरवाही के कारण ये हादसा हुआ है. घटना के बाद दमकल की गाड़ी आग बुझाने के लिए आई थी. पुलिस भी आई थी, लेकिन फैक्ट्री मालिक शकील के दबाव के कारण शिकायत दर्ज नहीं की. वो चाहते हैं कि उन्हें इंसाफ मिले और मुआवजा भी.
कंपनी मालिक ने नहीं दिया मुआवजाः जानकारी के अनुसार पीड़ित जय और अर्जुन आजादपुर गांव के रहने वाले हैं और वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री में दिहाड़ी पर काम करते थे. काम करने के दौरान केमिकल मिलाते वक्त अचानक से आग लग गई और दोनों ही घायल हो गए. उनका इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है. पीड़ित पैसे के अभाव में सही से इलाज नहीं करवा पा रहे हैं. उनकी मांग है कि कंपनी के मालिक की तरफ से उन्हें आर्थिक मदद मिले, जिससे नुकसान की भरपाई हो सके.
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