नई दिल्ली: 26 जनवरी हिंसा के दौरान ट्रैक्टर चलाते हुए उत्तर प्रदेश के युवक नवनीत सिंह की मौत हो गई थी. इसी मामले पर आज गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट सुनवाई करेगा. पहले की सुनवाई के दौरान दिल्ली और उत्तरप्रदेश की पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया था कि नवनीत सिंह की मौत गोली लगने से नहीं हुई थी.
नवनीत सिंह की हत्या गोली लगने से नहीं हुई
दिल्ली और यूपी ने पुलिस पोस्टमार्टम और एक्स-रे रिपोर्ट के अनुसार ये दावा किया कि नवनीत की मौत गोली लगने से नहीं हुई. नवनीत सिंह का पोस्टमार्टम यूपी के रामपुर के जिला अस्पताल में कराया गया था. दिल्ली पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक नवनीत सिंह की मौत सिर में चोट लगने से हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा चोट सड़क हादसे के दौरान ही संभव है.
सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाया
दिल्ली पुलिस ने घटना के दिन दीनदयाल उपाध्याय मार्ग के सीसीटीवी फुटेज को भी आधार बनाया है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में पुलिसकर्मी तेज ट्रैक्टर से अपनी जान बचाने को भागते हुए दिख रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने नवनीत सिंह के घायल होने पर किसी नजदीकी अस्पताल में ले जाने की बजाय मौके पर पहुंचे एंबुलेंस पर हमला कर दिया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने नवनीत सिंह के शरीर को सड़क पर पांच घंटे तक रखा और उसके बाद ये अफवाह फैलाई गई कि पुलिस की फायरिंग में मौत हो गई.
नवनीत सिंह के दादा ने दायर किया है याचिका
याचिका नवनीत सिंह के दादा ने दायर किया है. याचिका में कहा गया है कि नवनीत सिंह के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में मीडिया में जो खबरें आई उसके मुताबिक नवनीत सिंह की मौत गोली लगने से हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक नवनीत सिंह को जो जख्म लगे हैं वे ट्रैक्टर के उलटने से नहीं हुई है जैसा कि पुलिस अधिकारियों की ओर से बार-बार कहा जा रहा है. ऐसे में दिल्ली पुलिस के बयान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
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ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई थी मौत
बता दें कि 26 जनवरी को किसानो की ट्रैक्टर रैली के दौरान आईटीओ के पास एक ट्रैक्टर बैरिकेड को तोड़ते हुए आगे बढ़ गई, जिसके बाद ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर समेत उलट गया. मामले में दिल्ली पुलिस ने एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया था. 26 जनवरी को दिल्ली के कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस में हिंसक झड़पें हुई. इस दौरान लालकिले में भी कुछ लोग घुस गए और झंडा फहरा दिया.