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मौत के आंकड़े छिपाने वाले आरोपों पर बोले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री

दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं कोरोना से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्ष सवाल भी उठा रहा है. इन सब मुद्दों पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बातचीत की.

health minister satyendra jain told on covid 19 related issues and hiding death number of coronavirus
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन
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Published : May 10, 2020, 4:42 PM IST

नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना के आंकड़ों को लेकर बताया कि 9 मई रात 12 बजे तक दिल्ली में 6923 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 381 केस केवल बीते 24 घंटे में सामने आए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 2069 लोग ठीक भी हो चुके हैं. सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में ज्यादातर केस कंटेंमेंट जोन से सामने आ रहे हैं.

मौत के आंकड़े छिपाने वाले आरोपों पर ये बोले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री

मेडिकल स्टाफ के बीच बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सत्येंद्र जैन ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि अभी तक करीब 400 मेडिकल स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर हॉस्पिटल स्टाफ में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले आ रहे हैं, तो हम उसे कंटेंमेंट जोन नहीं बना सकते. इसी तरह सीआरपीएफ या पुलिस से जुड़ी जगहों को भी हॉटस्पॉट घोषित नहीं किया जा सकता है.

'सरकारी कर्मियों के लिए व्यवस्था'

दिल्ली के रेसिडेंट डॉक्टर अपने लिए सुविधा की मांग उठा रहे हैं कि अगर वे संक्रमित हो जाएं तो बेहतर तरीके से इलाज मिले. इसपर सत्येंद्र जैन ने कहा कि वो चाहे डॉक्टर हों, नर्स या फिर टीचर, हर तरह के सरकारी कर्मचारी के इलाज के लिए हमने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रबंध किया है. वहां जिंजर होटल और एक अन्य होटल भी उसके साथ अटैच किए गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अभी ऐसे 50 से ज्यादा मरीज हैं.

क्वारंटीन सेंटर्स में सुविधा

तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को घर भेजे जाने के मामले में अपडेट के सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि सभी राज्यों से बातचीत चल रही है, जैसे ही वे हां कर देंगे, तुरंत यहां से उन्हें भेज दिया जाएगा. कुछ क्वारंटीन सेंटर से खाने की शिकायतों को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि वहां सुबह ब्रेकफास्ट फिर लंच और फिर डिनर दिया जाता है. दोपहर में टी के साथ स्नैक्स भी दिए जाते हैं और फल भी, कुल 6 बार खाना दिया जाता है. हमारे पास उल्टी शिकायतें आ रहीं हैं कि कई लोग घर नहीं जाना चाहते.

मौत के आंकड़े पर विवाद

कोरोना से हो रही मौत के आंकड़े पर विवाद गहराता जा रहा है. कई अस्पतालों का आंकड़ा दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन से अलग है. विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं. इससे जुड़े सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि कई अस्पतालों ने डेथ की सूचना तो दी, लेकिन डेथ समरी नहीं भेजी. किसी भी मौत के बारे में बताने के लिए जानकारी होनी चाहिए कि वो आदमी था या औरत, उम्र क्या थी, मौत किस कारण हुई.

सत्येंद्र जैन ने बताया कि इसके लिए एक कमेटी है. सभी राज्यों में वह कमेटी ही चेक करती है कि डेथ के पैरामीटर क्या थे. उसके बाद डेथ समरी तैयार होती है. बिना डेथ समरी के मौत के बारे में डिटेल नहीं बताया जा सकता. इसी कारण आंकड़ों में अंतर आ रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कल हमने सभी हॉस्पिटल को सख्त आदेश दिए हैं कि कोई भी डेथ होती है, तो 24 घंटे के भीतर डेथ समरी के साथ पूरा डिटेल दिया जाए.

मौत को लेकर केंद्र की गाइडलाइन

बीते दिन दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आईटीओ के पास के कब्रिस्तान का हवाला दिया था कि वहां अब तक 80 से ज्यादा शव दफनाए जा चुके हैं, लेकिन सरकार मौत के आंकड़े कम ही बता रही है. इसपर सत्येंद्र जैन का कहना था कि इन दिनों जो भी मौत हो रही है और उसमें अगर संक्रमण का कोई शक है, तो उसे कोरोना का केस ही माना जा रहा है. इसे लेकर केंद्र सरकार की भी गाइड लाइन है. उन्होंने कहा कि अगले 3-4 दिन में यह पूरा मामला क्लियर हो जाएगा.

नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना के आंकड़ों को लेकर बताया कि 9 मई रात 12 बजे तक दिल्ली में 6923 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 381 केस केवल बीते 24 घंटे में सामने आए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 2069 लोग ठीक भी हो चुके हैं. सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में ज्यादातर केस कंटेंमेंट जोन से सामने आ रहे हैं.

मौत के आंकड़े छिपाने वाले आरोपों पर ये बोले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री

मेडिकल स्टाफ के बीच बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सत्येंद्र जैन ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि अभी तक करीब 400 मेडिकल स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर हॉस्पिटल स्टाफ में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले आ रहे हैं, तो हम उसे कंटेंमेंट जोन नहीं बना सकते. इसी तरह सीआरपीएफ या पुलिस से जुड़ी जगहों को भी हॉटस्पॉट घोषित नहीं किया जा सकता है.

'सरकारी कर्मियों के लिए व्यवस्था'

दिल्ली के रेसिडेंट डॉक्टर अपने लिए सुविधा की मांग उठा रहे हैं कि अगर वे संक्रमित हो जाएं तो बेहतर तरीके से इलाज मिले. इसपर सत्येंद्र जैन ने कहा कि वो चाहे डॉक्टर हों, नर्स या फिर टीचर, हर तरह के सरकारी कर्मचारी के इलाज के लिए हमने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रबंध किया है. वहां जिंजर होटल और एक अन्य होटल भी उसके साथ अटैच किए गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अभी ऐसे 50 से ज्यादा मरीज हैं.

क्वारंटीन सेंटर्स में सुविधा

तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को घर भेजे जाने के मामले में अपडेट के सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि सभी राज्यों से बातचीत चल रही है, जैसे ही वे हां कर देंगे, तुरंत यहां से उन्हें भेज दिया जाएगा. कुछ क्वारंटीन सेंटर से खाने की शिकायतों को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि वहां सुबह ब्रेकफास्ट फिर लंच और फिर डिनर दिया जाता है. दोपहर में टी के साथ स्नैक्स भी दिए जाते हैं और फल भी, कुल 6 बार खाना दिया जाता है. हमारे पास उल्टी शिकायतें आ रहीं हैं कि कई लोग घर नहीं जाना चाहते.

मौत के आंकड़े पर विवाद

कोरोना से हो रही मौत के आंकड़े पर विवाद गहराता जा रहा है. कई अस्पतालों का आंकड़ा दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन से अलग है. विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं. इससे जुड़े सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि कई अस्पतालों ने डेथ की सूचना तो दी, लेकिन डेथ समरी नहीं भेजी. किसी भी मौत के बारे में बताने के लिए जानकारी होनी चाहिए कि वो आदमी था या औरत, उम्र क्या थी, मौत किस कारण हुई.

सत्येंद्र जैन ने बताया कि इसके लिए एक कमेटी है. सभी राज्यों में वह कमेटी ही चेक करती है कि डेथ के पैरामीटर क्या थे. उसके बाद डेथ समरी तैयार होती है. बिना डेथ समरी के मौत के बारे में डिटेल नहीं बताया जा सकता. इसी कारण आंकड़ों में अंतर आ रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कल हमने सभी हॉस्पिटल को सख्त आदेश दिए हैं कि कोई भी डेथ होती है, तो 24 घंटे के भीतर डेथ समरी के साथ पूरा डिटेल दिया जाए.

मौत को लेकर केंद्र की गाइडलाइन

बीते दिन दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आईटीओ के पास के कब्रिस्तान का हवाला दिया था कि वहां अब तक 80 से ज्यादा शव दफनाए जा चुके हैं, लेकिन सरकार मौत के आंकड़े कम ही बता रही है. इसपर सत्येंद्र जैन का कहना था कि इन दिनों जो भी मौत हो रही है और उसमें अगर संक्रमण का कोई शक है, तो उसे कोरोना का केस ही माना जा रहा है. इसे लेकर केंद्र सरकार की भी गाइड लाइन है. उन्होंने कहा कि अगले 3-4 दिन में यह पूरा मामला क्लियर हो जाएगा.

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