नई दिल्ली: प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए हुए गांव का सांसदों ने पिछले साल पांच सालों में कितना विकास किया है. इसकी ग्राउंड रिपोर्ट ईटीवी भारत की टीम लगातार आपके समक्ष ला रही है.
इसी कड़ी में आज हम नई दिल्ली लोकसभा सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा गोद लिए ग्यारह सौ साल पुराने पिलंजी गांव के बारे में जानेंगे. बता दें कि पिलंजी गांव में करीब 30 हजार लोग रहते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि सांसद मीनाक्षी लेखी ने यहां पर गांव का विकास तो किया है लेकिन अभी भी कई काम ऐसे हैं जिनका पूर्ण होना बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया कि यहां पर सड़क, पानी, नालिया तो बनाई गई हैं. जिससे लोगों को बेहद ही लाभ हुआ है लेकिन आज भी कई ऐसी सुविधाएं हैं जिन्हें शुरू तो किया गया है, लेकिन जमीनी स्तर पर लोग उसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं.
तारों का ऐसा मकड़जाल आग लगे तो बुझाना मुश्किल
आपको बता दें कि आदर्श ग्राम योजना के तहत सांसद मीनाक्षी लेखी ने गांव के बाहर एक रिपोर्ट लिस्ट लगाई हुई है. जिसमें उन्होंने बताया है कि पिछले 5 सालों में गांव के लिए क्या-क्या काम किए हैं. जिनमें उनका कहना है कि यहां पर जो तारों का जंजाल पहले था वह अब यहां पर नहीं हैं. उनका कहना है कि तारों को बदलवाया गया है लेकिन इस बाबत हम जब गांव के अंदर पहुंचे तो वहां पर तारों के ऐसे मकड़जाल देखने को मिले, जहां पर अगर कोई भी शार्ट सर्किट होता है तो उस स्थान पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं पहुंच सकेंगी क्योंकि यह गांव बेहद संकरा है. ऐसे में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां न पहुंच पाने की वजह से यहां पर बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है. लोगों का कहना है कि जरूरी है कि जिस तरीके के तारों के मकड़जाल यहां पर बने हुए हैं. उन्हें दुरुस्त करना बेहद जरूरी है अन्यथा कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
कौशल ग्राम योजना के तहत युवा नहीं बन पाए कौशल
आपको बता दें कि आदर्श ग्राम योजना में कौशल ग्राम योजना भी शामिल है.जिसमें युवाओं को कौशल बनाया जाएगा.जिसके बाद वह रोजगार हासिल कर सके हैं. इस बाबत हमने कुछ युवाओं से भी बातचीत की कि उन्होंने बताया कि यहां पर कई लोग ग्रेजुएशन और डिग्री हासिल किए हुए हैं.लेकिन आज भी वह बेरोजगार बैठे हुए हैं.उनका कहना है कि यहां पर कौशल ग्राम योजना के तहत कोई भी केंद्र नहीं बनाया गया है. जिससे कि लोग बेहतर हो सके और रोजगार मिल सके.
फिलहाल जिस तरह से मीनाक्षी लेखी ने पिछले पांच सालों में अपने नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र के पिलंजी गांव में काफी सुधार किया है. उससे लोग तो काफी खुश हैं लेकिन उनकी मांग है कि गांव के लोगों के लिए और सुविधाएं होनी चाहिए. जिससे कि वह अपनी रोजमर्रा की जिंदगी की जन सुविधाओं को बेहतर रूप से उपयोग कर सकें. फिलहाल देखना होगा कि आगामी लोकसभा चुनाव में गांव के लोग किस तरीके से मीनाक्षी लेखी के इन विकास कार्यों को परखते हैं और उनका कितना साथ निभा पाते हैं.