नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में कंपनी की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर ठगों ने एक व्यक्ति से 20 लाख रुपए हड़प लिए. पीड़ित ने जब अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने उसे चेक थमा दिया. जो बैंक में कैश कराने जाने पर बाउंस हो गया. न्यायालय के आदेश पर इस मामले में फेज तीन थाने में पांच आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज होने वालों में कंपनी के निदेशक, फाइनेंस हेड, सेल्स मैनेजर, रिटेल मैनेजर और वाइस प्रेसिडेंट के नाम शामिल हैं.
सूरजपुर न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में सेक्टर-34 निवासी सुनील दत्त शर्मा ने बताया कि 2021 में उसके पास नीलोफर खान नामक व्यक्ति का फोन आया. उसने खुद को एक रिटेल्स कंपनी का कर्मचारी बताते हुए कहा कि वह ऑनलाइन बिजनेस में डील करता है. उनका ई-कामर्स कंपनी से टाईअप है. नीलोफर ने उन्हें अपनी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पर बेहतर मुनाफे के ख्वाब दिखाए.
इसके बाद नीलोफर ने उन्हें सेक्टर-67 स्थित अपनी कंपनी के कार्यालय बुलाकर निदेशक वसीम रजा खान, फाइनेंस हेड हिमांशु सारस्वत, रिटेल मैनेजर अर्सला हाफिज तथा वाइस प्रेसिडेंट निकिता सूद से मुलाकात करवाई. पांचों ने शिकायतकर्ता को जब एक साथ समझाया तो वो झांसे में आ गया. इसके बाद उसने फ्रेंचाइजी लेकर मोटा मुनाफा कमाने की सोची.
4-5 महीने में खाते में 20 लाख रुपये करवाए ट्रांसफरः फ्रेंचाइजी के एवज में शिकायतकर्ता ने आरोपियों के दिए खाते में 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. आरोपियों ने चार से पांच महीने के भीतर सारी रकम शिकायतकर्ता तक पहुंचने की बात कही. इसका बाकायदा एक एग्रीमेंट भी बनवाया गया. शिकायतकर्ता के मुताबिक एग्रीमेंट के मुताबिक उसे माल नहीं मिला तो उसने आरोपियों को फोन किया, लेकिन वह कोविड का बहाना बनाकर टालमटोल करते रहे.
काफी दबाव बनाने पर दिए चेक, तीनों चेक वाउंसः काफी दबाव बनाने पर आरोपियों ने 50-50 हजार के दो और 80 हजार के एक चेक शिकायतकर्ता को दिए. चेक बैंक में लगाने पर तीनों बाउंस हो गए. इसके बाद जब शिकायतकर्ता आरोपियों के कार्यालय पहुंचा तो वहां ऑफिस में ताला लटका था और अंदर रखा सामान लेकर आरोपी फरार हो गए थे. मामले को लेकर शिकायतकर्ता ने संबंधित थाने की पुलिस से शिकायत की थी. पर सुनवाई न होने पर उसने न्यायालय की शरण ली. तब कहीं जाकर मुकदमा दर्ज किया गया है.
थाना प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर पांचों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ आवश्यक विधिक कार्यवाई की जायेगी.