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एयर इंडिया में नौकरी के नाम पर महिला से ठगी, पकड़े गए जालसाज

लॉकडाउन के कारण कई लोगों ने अपनी जॉब गवाई हैं. जिसके कारण नौकरी मिलने का नाम पर वह आसानी से ठगी का शिकार हो जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला से एयर इंडिया में नौकरी के नाम पर ठगी की गई. जिसको लेकर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

Fraud from a woman in the name of a job in Air India police arrested Accused
एयर इंडिया में नौकरी के नाम पर महिला से ठगी, पकड़े गए जालसाज
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Published : Oct 13, 2020, 11:37 AM IST

नई दिल्ली: एयर इंडिया में नौकरी लगवाने के नाम पर एक महिला से ठगी का मामला सामने आया है. लॉकडाउन में नौकरी गंवाने वाली महिला को झांसा देकर आरोपियों ने उससे लगभग 70 हजार रुपये ठग लिए. दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला प्रियंका अपने दोस्त शादाब के साथ लिव-इन में रहती थी. इनके बैंक खाते में 60 लाख रुपये आने की जानकारी साइबर सेल को मिली है.

एयर इंडिया में नौकरी के नाम पर महिला से ठगी, पकड़े गए जालसाज
डीसीपी देवेंद्र आर्य के अनुसार अन्वेशा दत्ता पालम में अपने परिवार सहित रहती है. उसने पुलिस को शिकायत कर बताया कि एयर इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ ठगी की गई है. वह 2017 से जोमैटो कंपनी में काम करती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई थी. वह नौकरी की तलाश कर रही थी. इस दौरान उसे एक मेल आया जिसकी ईमेल आईडी एयर इंडिया से मिलती जुलती थी. उसने अपना रिज्यूम भेजने के साथ 1875 रुपये भी बताए गए बैंक खाते में जमा कराएं. इसके बाद उसे ऑफर लेटर भेजा गया और यूनिफॉर्म फीस, वेरिफिकेशन फीस एवं अन्य फीस के नाम पर 70 हजार रुपये मांगे गए. यह रकम जमा करवाने पर भी उसे नौकरी नहीं मिली. टेक्निकल सर्विलांस से पकड़े गए आरोपी

महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर इसकी जांच एसीपी ऑपरेशन अभिनेंद्र जैन की देखरेख में इंस्पेक्टर अमन कुमार, एसआई नीरज यादव और संदीप की टीम ने शुरू की. पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के साथ ही उस बैंक खाते को भी खंगाला जिसमें पैसे भेजे गए थे. इससे पता चला कि ना केवल सिम कार्ड बल्कि बैंक खाते भी फर्जी दस्तावेज पर खोले गए थे. इस दौरान उन्हें सूचना मिली गाजियाबाद निवासी शादाब मलिक इस तरीके के फर्जीवाड़े में उत्तराखंड पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. वह नोएडा में कॉल सेंटर चलाता था. इस जानकारी पर साइबर सेल की टीम ने उसकी तलाश शुरू की. इस दौरान पुलिस टीम ने कुमुद राजन उर्फ मनीष कमलेश को पकड़ लिया.


लिव इन में रहने वाली जोड़ी भी हुई गिरफ्तार

मनीष की निशानदेही पर शादाब को भी पुलिस ने पकड़ लिया. इनसे हुई पूछताछ के बाद उनकी महिला साथी प्रियंका गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया. वह शादाब के साथ पति पत्नी बनकर किराये के मकान में रहती थी. वह खुद को एयर इंडिया में एचआर अधिकारी बताती थी. उसने अपना नाम पायल शर्मा और अदिति मेहरा लोगों को बता रखा था. आरोपी शादाब मलिक ने जॉब पोर्टल पर नौकरी देने के लिए अपना अकाउंट बना रखा था. shine.com की तरफ से नौकरी चाहने वाले लोगों का डाटा उसके पास आता था. प्रियंका गोस्वामी उनसे बातचीत कर अकाउंट में पैसे मंगवाती थी. वहीं कुमुद राजन फर्जी दस्तावेज तैयार करता था. उन्होंने इस तरह से सैकड़ों की संख्या में लोगों के साथ ठगी की है.



चार साल से कर रहे थे लोगों से ठगी

आरोपी शादाब मलिक इस गैंग का सरगना है. वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा है. नौकरी छोड़ने के बाद से वह इस तरह से ठगी कर रहा था. पिछले कुछ समय से वह एयर इंडिया में जॉब दिलवाने के नाम पर ठगी कर रहा था. दूसरा आरोपी कुमुद रंजन ग्रेजुएट है. 2003 में वह नौकरी की तलाश में बिहार से दिल्ली आया था. उसने कई कॉल सेंटर में काम किया. इस दौरान वह 2016 में शादाब के संपर्क में आया और उन्होंने नौकरी के नाम पर लोगों से ठगी शुरू की. 2017 में उन्हें उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तीसरी आरोपी प्रियंका गोस्वामी बीए पढ़ी है. शादाब मलिक के साथ वह लिव-इन में रहती थी. वह लोगों को कॉल कर अपने झांसे में लेती थी.

नई दिल्ली: एयर इंडिया में नौकरी लगवाने के नाम पर एक महिला से ठगी का मामला सामने आया है. लॉकडाउन में नौकरी गंवाने वाली महिला को झांसा देकर आरोपियों ने उससे लगभग 70 हजार रुपये ठग लिए. दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला प्रियंका अपने दोस्त शादाब के साथ लिव-इन में रहती थी. इनके बैंक खाते में 60 लाख रुपये आने की जानकारी साइबर सेल को मिली है.

एयर इंडिया में नौकरी के नाम पर महिला से ठगी, पकड़े गए जालसाज
डीसीपी देवेंद्र आर्य के अनुसार अन्वेशा दत्ता पालम में अपने परिवार सहित रहती है. उसने पुलिस को शिकायत कर बताया कि एयर इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ ठगी की गई है. वह 2017 से जोमैटो कंपनी में काम करती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई थी. वह नौकरी की तलाश कर रही थी. इस दौरान उसे एक मेल आया जिसकी ईमेल आईडी एयर इंडिया से मिलती जुलती थी. उसने अपना रिज्यूम भेजने के साथ 1875 रुपये भी बताए गए बैंक खाते में जमा कराएं. इसके बाद उसे ऑफर लेटर भेजा गया और यूनिफॉर्म फीस, वेरिफिकेशन फीस एवं अन्य फीस के नाम पर 70 हजार रुपये मांगे गए. यह रकम जमा करवाने पर भी उसे नौकरी नहीं मिली. टेक्निकल सर्विलांस से पकड़े गए आरोपी

महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर इसकी जांच एसीपी ऑपरेशन अभिनेंद्र जैन की देखरेख में इंस्पेक्टर अमन कुमार, एसआई नीरज यादव और संदीप की टीम ने शुरू की. पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के साथ ही उस बैंक खाते को भी खंगाला जिसमें पैसे भेजे गए थे. इससे पता चला कि ना केवल सिम कार्ड बल्कि बैंक खाते भी फर्जी दस्तावेज पर खोले गए थे. इस दौरान उन्हें सूचना मिली गाजियाबाद निवासी शादाब मलिक इस तरीके के फर्जीवाड़े में उत्तराखंड पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. वह नोएडा में कॉल सेंटर चलाता था. इस जानकारी पर साइबर सेल की टीम ने उसकी तलाश शुरू की. इस दौरान पुलिस टीम ने कुमुद राजन उर्फ मनीष कमलेश को पकड़ लिया.


लिव इन में रहने वाली जोड़ी भी हुई गिरफ्तार

मनीष की निशानदेही पर शादाब को भी पुलिस ने पकड़ लिया. इनसे हुई पूछताछ के बाद उनकी महिला साथी प्रियंका गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया. वह शादाब के साथ पति पत्नी बनकर किराये के मकान में रहती थी. वह खुद को एयर इंडिया में एचआर अधिकारी बताती थी. उसने अपना नाम पायल शर्मा और अदिति मेहरा लोगों को बता रखा था. आरोपी शादाब मलिक ने जॉब पोर्टल पर नौकरी देने के लिए अपना अकाउंट बना रखा था. shine.com की तरफ से नौकरी चाहने वाले लोगों का डाटा उसके पास आता था. प्रियंका गोस्वामी उनसे बातचीत कर अकाउंट में पैसे मंगवाती थी. वहीं कुमुद राजन फर्जी दस्तावेज तैयार करता था. उन्होंने इस तरह से सैकड़ों की संख्या में लोगों के साथ ठगी की है.



चार साल से कर रहे थे लोगों से ठगी

आरोपी शादाब मलिक इस गैंग का सरगना है. वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा है. नौकरी छोड़ने के बाद से वह इस तरह से ठगी कर रहा था. पिछले कुछ समय से वह एयर इंडिया में जॉब दिलवाने के नाम पर ठगी कर रहा था. दूसरा आरोपी कुमुद रंजन ग्रेजुएट है. 2003 में वह नौकरी की तलाश में बिहार से दिल्ली आया था. उसने कई कॉल सेंटर में काम किया. इस दौरान वह 2016 में शादाब के संपर्क में आया और उन्होंने नौकरी के नाम पर लोगों से ठगी शुरू की. 2017 में उन्हें उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तीसरी आरोपी प्रियंका गोस्वामी बीए पढ़ी है. शादाब मलिक के साथ वह लिव-इन में रहती थी. वह लोगों को कॉल कर अपने झांसे में लेती थी.

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