नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा स्थित एक कंपनी नाम पर कंप्यूटर आपरेटर समेत कई पदों पर नौकरी का विज्ञापन निकला. कंपनी में नौकरी पाने वालों ने कंपनी के मालिक से सम्पर्क किया तो कंपनी मालिक के होश ही उड़ गए. कंपनी मालिक ने नौकरी के लिए कोई वैकेंसी निकाली ही नहीं थी, जबकि पूर्वांचल व बिहार में उनकी कंपनी के नाम पर नौकरी निकाले जाने के की चर्चा व्हाट्एस ग्रुप के जरिए युवाओं के बीच में है. कंपनी का जो पता दिया गया है, वह छह साल पहले ही कंपनी वहां से शिफ्ट हो चुकी है. कंपनी के नाम का फर्जीवाड़ा में इस्तेमाल और फर्जी लेटर हेड व मुहर बना कर उसे इस्तेमाल किए जाने की शिकायत कंपनी मालिक रीना पांडेय ने थाना फेज थ्री पुलिस से की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक, सेक्टर-71 के सी ब्लाक में रहने वाली रीना पांडेय की ग्रोमैक्स बिल्डर एंड कंस्ट्रक्शन (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी है. जिसका ऑफिस छह साल पहले नोएडा के सेक्टर-18 स्थित अंसल फारच्र्यून आर्केड बिल्डिंग के प्रथम तल पर था. जिसे उन्होंने बंद कर दिया था और सेक्टर-71 में आफिस शिफ्ट कर दिया. दो दिन पहले उनके नंबर पर प्रयागराज के एक युवक ने फोन कर जानकारी मांगी कि उनकी कंपनी में कम्प्यूटर आपरेटर की जो वैकेंसी निकली है. उसके लिए बात करनी है.
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रीना पांडेय ने युवक को बताया कि कंपनी ने कोई वैकेंसी नहीं निकाली है. इस पर युवक ने उन्हें उनकी कंपनी का लेटर हेड व्हाट्सप्प पर भेजा गया. ऑफर लेटर व कंपनी की ओर से निकाली गई वैकेंसियां का ब्यौरा भेजा. जिसे देख हर वह हैरान रह गई. कंपनी के लेटर हेड को देखने के बाद पता चला कि उसमें फर्जीवाडा करने वाले ने कुछ शब्दों का हेरफेर किया है और कंपनी के पुराना पता जो गूगल पर दर्ज था. उसका इस्तेमाल किया है. कंपनी के नाम पर फर्जीवाडा की शिकायत उन्होंने फेज थ्री थाने में दी है. थाना फ़ेस 3 के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि पीड़िता की दी गई तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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