नई दिल्लीः हौजकाजी थाने के चावड़ी बाजार इलाके में चल रहे एक फर्जी अंतरराष्ट्रीय टेलीफोन एक्सचेंज का मध्य जिला पुलिस ने पर्दाफाश किया है. यहां पर विदेश से आने-जाने वाली दो लाख से ज्यादा कॉल रोजाना मैनेज की जा रही थी. इसकी वजह से सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का घाटा हो रहा था. इसका मालिक जुल्फिकार फरार होने में कामयाब रहा. हालांकि बाद में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाब रही.
सरकार को कॉल पर मिलता है राजस्व
जानकारी के अनुसार, विदेश से आने-जाने वाली कॉल पर सरकार को राजस्व मिलता है. पिछले कुछ महीनों से कॉल की संख्या के अनुपात में मिलने वाले राजस्व में कमी आ रही थी. जब छानबीन की, तो पता चला कि चावड़ी बाजार इलाके से कोई फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा है.
इसके बाद दूर संचार विभाग और मध्य जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने छापा मारा. यहां इमारत की तीसरी मंजिल पर फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज मिला. इसकी कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई है. इसको लेकर हौज काजी थाने में फर्जीवाड़े और टेलीग्राफ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
फर्जीवाड़े को दिया जा रहा था अंजाम
जांच में पता चला कि फर्जीवाड़ा ट्रंक नंबर के माध्यम से अंजाम दिया जा रहा था. सभी कंपनी के पास ट्रंक नंबर होते हैं. इसका इस्तेमाल विदेश से आने एवं जाने वाली कॉल के लिए किया जाता है. आरोपियों के पास एक कंपनी के दो ट्रंक नंबर थे. इसका इस्तेमाल करने की वजह से यह कॉल टेलीफोन एक्सचेंज पर आती थी.
प्रत्येक कॉल के लिए कंपनी सरकार को भुगतान करती है, लेकिन यहां आने वाली कॉल से सरकार को राजस्व नहीं मिल रहा था. इसकी वजह से सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान बीते दो महीने में हुआ है.
चीनी कनेक्शन की हो रही जांच
पुलिस के अनुसार, यह टेलिफोन एक्सचेंज जुल्फिकार चला रहा था. इसका पासपोर्ट पुलिस को मिला है. वह कुछ समय पहले चीन की यात्रा पर भी गया था. इसे लेकर पुलिस छानबीन कर रही है. पुलिस को पता चला है कि यहां पर एक दिन के भीतर दो लाख से ज्यादा कॉल करने की क्षमता थी.
पुलिस को यह भी पता चला है कि इस फर्जी एक्सचेंज से ऑस्ट्रेलिया, यूएई, सऊदी अरब, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी और डेनमार्क से आने वाली कॉल का राजस्व चोरी किया जाता था.