नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पिछले कई महीनों से आम आदमी पार्टी और बीजेपी में खींचतान जारी है. शुक्रवार को दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के द्वारा एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई, जिसके बाद से दिल्ली में ना सिर्फ आचार संहिता लागू हो गई है, बल्कि चुनाव के मद्देनजर नोटिफिकेशन भी 7 नवंबर को जारी कर दी जाएगी. 4 दिसंबर को दिल्ली में एमसीडी चुनाव के मद्देनजर मतदान होंगे ओर 7 दिसंबर को नतीजे सामने आ जाएंगे. इसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि दिल्ली के अंदर इस बार एमसीडी में किसका परचम लहराएगा.
6 महीने की देरी से ही सही लेकिन दिल्ली में एमसीडी के चुनाव बेहद दिलचस्प होने जा रहे हैं. इस बार एमसीडी चुनाव में मुकाबला पिछले तीन बार से शासित बीजेपी और पिछले दो बार के विधानसभा चुनाव और एमसीडी उपचुनाव में अपना दबदबा साबित कर चुकी आम आदमी पार्टी के बीच में है. वहीं कांग्रेस भी दिल्ली के अंदर अपने अस्तित्व को बचाने के मद्देनजर एमसीडी के चुनावी दंगल में उतरेगी.
राजधानी दिल्ली में होने जा रहे एमसीडी के प्रमुख चुनावों को लेकर बीजेपी एमसीडी चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख संयोजक आशीष सूद ने बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि दिल्ली के अंदर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार हर फ्रंट पर फेल हो चुकी है. दिल्ली की जनता वायु प्रदूषण से त्रस्त है. दिल्ली एक गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है. दिल्ली की जनता के द्वारा टैक्स के रूप में भरे गए 42 हजार करोड़ रुपये का प्रयोग अरविंद केजरीवाल के द्वारा भ्रष्टाचार और अपने निजी हितों के लिए किया गया. इस पैसे का प्रयोग राजधानी दिल्ली के लोगों को सुविधाएं देने के लिए किया जाना था. जो नहीं किया गया, ना ही कूड़े के प्रबंधन को लेकर एमसीडी को उसके हक का पैसा दिल्ली सरकार के द्वारा दिया गया.
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बातचीत के दौरान आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली में होने जा रहे एमसीडी के प्रमुख चुनाव में दिल्ली की जनता ना सिर्फ अरविंद केजरीवाल को उनके झूठे वादों और दावों का मुहतोड़ जवाब देगी, बल्कि बीजेपी इस बार के एमसीडी चुनाव में पिछली बार से बड़ी जीत हासिल करेगी. 200 से ज्यादा पार्षद बीजेपी के इस बार एमसीडी चुनाव में जीत कर आने जा रहे हैं. लगातार बीजेपी के कार्यकर्ताओं, नेताओं के द्वारा हर-घर संपर्क अभियान के तहत लोगों के बीच में जाकर ना सिर्फ अपनी बात रखी जा रही है, बल्कि एमसीडी में बीजेपी सरकार द्वारा किए गए कामों के बारे में भी बताया जा रहा है. खुद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, सभी बड़े नेता, विधायक और सांसद अपने-अपने क्षेत्र में जाकर लोगों से बात कर रहे हैं. लोगों का भी काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. घर-घर जाकर पर्चे बांटकर लोगों को बीजेपी की एमसीडी सरकार के कामकाज के बारे में बताया जा रहा है. लोगों को यह भी बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई जनकल्याण की योजना कितनी लाभकारी है.
आशीष सूद ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के ऊपर सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ने काम किया है. भ्रष्ट अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई करने के साथ ही लगाम लगाने का भी काम किया है, जबकि दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल की सरकार के हर विभाग में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है. शराब की बिक्री को लेकर लाई गई नई आबकारी नीति के तहत केजरीवाल सरकार ने बड़े स्तर पर हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया है. इसे लेकर हम ना सिर्फ जनता के बीच में जाएंगे बल्कि पूरे घोटाले के बारे में जनता को बताएंगे भी.
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दिल्ली में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर भी अरविंद केजरीवाल की सरकार के द्वारा एक भी ऐसा कदम नहीं उठाया गया, जिसका असर जमीनी स्तर पर दिखाई दे. पराली की समस्या के समाधान को लेकर अरविंद केजरीवाल के द्वारा कई बड़े-बड़े दावे किए गए थे लेकिन उसमें से एक भी दावे या फिर कहा जाए वादे को ना तो जमीनी स्तर पर उतारा गया और ना ही कोई उसका असर दिखाई दिया.
फ्री की रेवड़ी के विषय पर बीजेपी नेता आशीष सूद ने बेबाकी के साथ अपनी राय रखते हुए कहा कि इस बार दिल्ली में फ्री की राजनीति नहीं चलने वाली, लोग बहुत समझदार हैं. पिछली बार भी अरविंद केजरीवाल ने हाउस टैक्स फ्री करने का वादा किया था. लेकिन नतीजे क्या आए यह सबके सामने है. तब बीजेपी के 180 से ज्यादा पार्षद जीत कर आए थे और इस बार यह आंकड़ा 200 के पार जाने वाला है.
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