नई दिल्लीः नगर निगम के कर्मचारियों को वेतन ना मिलने से दिल्ली विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसर ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को एक पत्र लिखा है. वहीं इस पत्र के बारे में बताते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद के पूर्व सदस्य डॉ. ए.के. भागी ने बताया कि यह बेहद दुखद है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही दिल्ली में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे सफाई कर्मचारियों को उनका मासिक वेतन भी नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यह वह लोग हैं जो दिल्ली को बचाने के लिए रोज अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. वहीं दिल्ली सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैए के चलते वेतन न मिलने से सभी कर्मचारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.
वहीं डॉ. ए.के. भागी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि केवल सफाई कर्मचारियों को ही वेतन नहीं मिला है, बल्कि डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी वेतन न दिए जाने के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं.
उपराज्यपाल राहत की गुहार लगाई
उन्होंने कहा कि जो दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने को लेकर अपनी पीठ थपथपाती है. वह सरकार उन लोगों को कैसे भूल सकती है, जिनके सहयोग से ही यह संभव हो सका है.
इसलिए उन्होंने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. साथ ही कहा है कि दिल्ली सरकार को यह निर्देश दिया जाए कि वह तीनों नगर निगम को आवश्यक अनुदान राशि समय अनुसार जारी करें, जिससे किसी का परिवार पाई पाई को मोहताज ना हो.
इन्होंने लिखा पत्र
बता दें कि DU के पूर्व यूजीसी के सदस्य डॉ. आईएम कपाही, DU शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एन.के. कक्कड़, डीयू कार्यकारी परिषद के पूर्व सदस्य डॉ. ए.के. भागी, कार्यकारी परिषद के पूर्व सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश गोगना, DU कार्यकारी परिषद के सदस्य डॉ. बीएस नेगी और अधिवक्ता नरेश बेनीवाल की ओर से उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिख गया है.