नई दिल्लीः दिल्ली सरकार के खिलाफ अब डीटीसी कर्मचारियों ने बड़े आंदोलन की शुरुआत कर दी है. इसकी शुरुआत दिल्ली के अलग-अलग इलाके में 'केजरीवाल हटाओ डीटीसी बचाओ' पोस्टर के साथ शुरू की गई है. इस तरह के पोस्टर डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन की तरफ से लगाए जा रहे हैं. सिर्फ पोस्टर ही नहीं बल्कि कई इलाकों में तो बड़े-बड़े बोर्ड और बैनर भी लगाए जा रहे हैं. इस बैनर और बोर्ड में बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ- डीटीसी कर्मचारी बड़े आंदोलन की ओर, केजरीवाल हटाओ-डीटीसी बचाओ.
इन पोस्टरों में लिखा है- दिल्ली की जनता के साथ धोखा, केवल प्राइवेट क्लस्टर बसों को दिया मौका. जबकि पोस्टर के अगले हिस्से में लिखा है- 9 साल में एक भी डीटीसी की बस नहीं खरीदी, कमीशन के लिए प्राइवेट मालिक अपने चाहने वालों को डीटीसी संपत्ति को बेचा. उसके आगे बैनर और पोस्टरों में लिखा है- डीटीसी फायदे में है तो बेचा क्यों जा रहा है, डीटीसी घाटे में है तो प्राइवेट लाला लोग क्लस्टर बस चलने को तैयार क्यों है? और उसके नीचे लिखा गया है कि दिल्ली का कर्मचारी मांगे समान काम समान वेतन स्थाई नौकरी और सबसे नीचे निवेदक में डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन का नाम लिखा गया है.
इससे मतलब साफ है कि डीटीसी कर्मचारियों की तरफ से दिल्ली सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हो ही गई है, जिससे आने वाले दिनों में कर्मचारी एकता यूनियन इसे सबसे बड़े आंदोलन में तब्दील करेंगे. कर्मचारी यूनियन से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली सरकार सिर्फ दिल्ली के लोगों को गुमराह कर रही है और दिल्ली की सड़कों पर प्राइवेट क्लस्टर बसों को ही मौका दिया जा रहा है. इसके अलावा अपने कर्मचारियों की अस्थाई नौकरी की मांग को भी कर्मचारी एकता यूनियन जोर-शोर से उठाने में जुट गया है.