नई दिल्लीः देशभर में चल रहे लॉकडाउन के बीच भी मादक पदार्थ के तस्कर सक्रिय हैं. वह आवश्यक सामान पहुंचाने के लिए जारी किए गए पास की मदद से नशे की तस्करी कर रहे हैं. एनसीबी ने दो अलग-अलग जगहों से आलू के ट्रक पकड़े हैं जिनमें आलू की आड़ में गांजा और अफीम की तस्करी की जा रही थी.
इसके अलावा सूरत में एक मकान से बड़ी संख्या में नशीली गोलियां और खांसी की दवाइयां भी जप्त की गई है. इनका इस्तेमाल भी नशे के लिए किया जा रहा था. एनसीबी के जोनल डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा के अनुसार लॉकडाउन के समय में मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम काम कर रही है.
बीते 4 मई को गुजरात जोनल यूनिट ने सूरत में महाराष्ट्र रजिस्ट्रेशन के एक ट्रक को जांच के लिए रोका. इसके अंदर से 574 किलो गांजा बरामद हुआ जो आलू के बीच में छुपा कर रखा गया था. उड़ीसा से इसे सूरत लाया गया था. इस गैंग के सदस्य गुजरात, उड़ीसा, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में फैले हुए हैं. इनसे पूछताछ की जा रही है.
आलू के ट्रक से बरामद हुई अफीम
केपीएस मल्होत्रा के अनुसार एनसीबी की टीम को पता चला कि झारखंड और हरियाणा के बीच ड्रग्स की तस्करी का काम चल रहा है. इस जानकारी पर लखनऊ जोनल यूनिट ने फतेहपुर डिस्ट्रिक्ट यूपी में एक ट्रक को जांच के लिए रोका. यह ट्रक झारखंड से आलू लेकर हरियाणा जा रहा था और आवश्यक सामान पहुंचाने का पास भी इस पर लगा हुआ था.
जांच के दौरान चालक की सीट के नीचे से 60 किलो अफीम मिली. कुरुक्षेत्र निवासी चालक बी. सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में पता चला कि वह झारखंड से इसे हरियाणा लेकर जाता था. चौंकाने की बात यह है की आवश्यक सामान पहुंचाने की आड़ में नशे की खेप को झारखंड से हरियाणा ले जाया जा रहा था.
नशे की गोलियां एवं सिरप बरामद
एक अन्य मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अहमदाबाद की टीम ने 61368 नशे की गोलियां और 840 खांसी की दवा की शीशियां बरामद की हैं. यह नशे का सामान गुजरात के पाटन स्थित एक घर से बरामद किया गया है. इन दवाइयों को बिना डॉक्टर की अनुमति के किसी को भी बेचना अपराध है. इन दवाइयों को लेकर आगे छानबीन की जा रही है.