नई दिल्ली: आज पूरे विश्व भर में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है. विश्व पर्यावरण दिवस का उद्देश्य वर्तमान में पर्यावरण के सामने आने वाले मुद्दों के बारे में जागरुकता बढ़ाना और लोगों को पर्यावरण को बचाने के लिए प्रोत्साहित करना है. पहला विश्व पर्यावरण दिवस 1973 में आयोजित किया गया था और तब से प्राथमिक शिक्षकों और उनके छात्रों सहित लाखों लोग विश्व स्तर पर यह दिवस मानते हैं.
सकरनी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि आज के दौर में जितना भी पर्यावरण दूषित हो रहा है उसके जिम्मेदार हम खुद सभी हैं, इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करना चाहिए. उन्होंने कहा कि साथ ही इंडस्ट्री से जुड़े हुए लोगों को भी ध्यान रखने की जरूरत है कि किस प्रकार से आज हवाओं में धुआं जा रहा है, जिसकी वजह से पर्यावरण दूषित हो रहा है. जगह-जगह प्लास्टिक कचरा प्लास्टिक की बोतल पड़ी रहती है. यह भी नुकसानदायक है. हम हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मना लेते हैं, लेकिन उस पर अमल आज तक नहीं करते. जितना भी पर्यावरण दूषित होता है उसके जिम्मेदार हम और आप सभी लोग खुद है, इसलिए पहले हमें खुद को बदलने की जरूरत है.
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वैसे तो पर्यावरण को लेकर समय-समय पर दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार और दिल्ली नगर निगम की तरफ से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं, लेकिन आज का दिन अहम हो जाता है. पूरे विश्व भर में आज पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है. किस तरह से हम अपने इलाके को साफ-सुथरा और स्वच्छ बना सकते हैं और अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं. हर साल इस दिन को लेकर एक थीम तय की जाती है. ऐसे में इस साल की थीम बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन है. इस विषय को इसलिए चुना गया है, ताकि प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वाले लोगों को इसके वैकल्पिक तरीकों के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
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